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                - बाढ़ की त्रासदी से जूझते लोग को नहीं मिलता है बाढ़ राहत, जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष से लगाई गुहार
- कांग्रेस नेता ने लगाया दोहरा मापदंड का आरोप
- बड़हिया क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित
- घाटकुसुंभा क्षेत्र को जलजमाव का क्षेत्र घोषित
शेखपुरा
शेखपुरा जिले के घाटकुसुंभा प्रखंड के लोगों को बाढ़ की सहायता राशि नहीं दी जाती। ना ही बाढ़ से प्रभावित होने पर किसी प्रकार का बाढ़ क्षेत्र की वजह से लाभ मिलता है। इसको लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से गुहार लगाई गई है। घाटकुसुंभा प्रखंड के लोग उनसे मिले और एक ज्ञापन देकर इसकी मांग की और बताया कि जलजमाव क्षेत्र घोषित सरकार के द्वारा कर दिया गया है। इस वजह से इनको बाढ़ की सहायता और सहयोग किसानों को नहीं मिलता और लोग का त्राहिमाम कर रहे हैं।

यहां से जदयू नेता सुनील कुमार, नरसिंह महतो इत्यादि लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से जाकर मिले और उनको एक ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया गया कि लखीसराय जिला का बड़हिया क्षेत्र और घाटकुसुंभा प्रखंड का क्षेत्र  एक साथ मिलता-जुलता क्षेत्र है। लखीसराय का बड़हिया क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। जबकि सरकार ने घाटकुसुंभा क्षेत्र को जलजमाव का क्षेत्र घोषित कर दिया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने से बड़हिया के लोगों को बाढ़ की सहायता मिलती है परंतु घाटकुसुंभा के लोगों को जलजमाव क्षेत्र घोषित सरकार के द्वारा किया गया है इससे यहां के लोगों को बाढ़ की सहायता राशि नहीं मिलती।
                                                        
                                
                                     
                                
                                
                                                कांग्रेस नेता ने लगाया दोहरा मापदंड का आरोप
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं क्षेत्र निवासी शिवशंकर महतो के द्वारा सरकार पर दोहरा मापदंड लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि लखीसराय जिले के क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित माना जाता है और घाटकुसुंभा को जलजमाव वाला । यह दोहरा मापदंड है। 2005 से पहले जब जदयू की सरकार नहीं थी तो घाटकुसुंभा प्रखंड को भी बाढ़ का इलाका माना जाता था। परंतु 2005 के बाद इसे जलजमाव घोषित कर दिया। इस वजह से क्षेत्र के लोगों को लाभ नहीं मिलता।
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