बिहार में गरजा बुलडोजर: गाय के गोबार की वजह से हुए अपमान में टूटे दो करोड़ से अधिक के 43 घर
बिहार में गरजा बुलडोजर: गाय के गोबार की वजह से हुए अपमान में टूटे दो करोड़ से अधिक के 43 घर
शेखोपुरसराय, शेखपुरा
गांव में बड़े-बड़े अधिकारियों को मान नहीं दिया जाता। उनको अपमानित किया जाता। ऐसे ही एक अपमान का नतीजा रहा कि गांव के दो करोड़ से अधिक के 43 अतिक्रमण किए गए घर को जिला प्रशासन ने बुलडोजर से तोड़ दिया।
मामला शेखोपुरसराय के ओनमा गांव के ग्रामीण एवं आयकर निरीक्षक के पद पर पटना में कार्यरत अधिकारी भूषण कुमार सत्यार्थी से जुड़ा हुआ है। 2 साल पूर्व भूषण सत्यार्थी अपने परिवार के साथ कार से अपने गांव पहुंचे थे। इसी क्रम में उनके पड़ोसी के घर के आगे मवेशी का गोबर जमा कर रखा हुआ था।
जिस पर इनके कार का पहिया चला गया । पड़ोसी के द्वारा इस पर आक्रोश व्यक्त किया गया । आयकर अधिकारी और उनके परिवार से दुर्व्यवहार किया गया । गाली गलौज की गई। इसी से आक्रोशित होकर आयकर अधिकारी के द्वारा पटना हाई कोर्ट में 2021 में ही गांव के तालाब को अतिक्रमित करते हुए वहां मकान बनाने की याचिका दायर की। इस पर नवंबर 2022 में अतिक्रमण हटाने का फैसला आया । इसके बाद अंचलाधिकारी ने आनाकानी की। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना को लेकर फिर से सत्यार्थी हाई कोर्ट चले गए।
जहां से आदेश निकाला। इसके बाद सभी लोग हरकत में आए और जल्दी जल्दी में 43 अतिक्रमण किए गए घरों को बुलडोजर से गिरा दिया गया। सत्यार्थी कहते हैं कि वहां पर तालाब था और फिर से वहां तालाब होना चाहिए। अतिक्रमण हटाने में यदि खानापूर्ति की गई है तो फिर से वे हाई कोर्ट चले जाएंगे । वहां दो तालाब और पइन भी थी सभी को भरकर मकान बना लिया गया।
हाई कोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन के सक्रियता देखी। अतिक्रमण विष्णु देव प्रसाद, नरेश महतो, धर्मेंद्र कुमार, अखिलेश प्रसाद, कृष्ण प्रसाद, मिथिलेश प्रसाद, रविंद्र महतो, सुनील कुमार, प्रवेश कुमार, केसर महतो, शिव महतो इत्यादि का नाम शामिल है।
अतिक्रमण को हटाने के अभियान में अनुमंडल पदाधिकारी सतीश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद सिंह के साथ साथ भारी संख्या में दंगा निरोधी बल को भी लगाया गया था।
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