सूर्य उपासकों की धरती है यह, फिर तालाब से निकली भगवान सूर्य की प्रतिमा
सूर्य उपासकों की धरती है यह, फिर तालाब से निकली भगवान सूर्य की प्रतिमा
शेखपुरा
शेखपुरा जिले को सूर्य और भगवान विष्णु के उपवास की धरती माना जाता है। जगह-जगह गांव से तालाब की खोदाई के दौरान भगवान सूर्य और भगवान विष्णु की प्रतिमा निकलती रही है। शेखपुरा जिले में ऐसे ही कई प्रतिमाओं को मंदिर में स्थापित कर पूजा अर्चना किया जाता है। भगवान सूर्य की प्रतिमा एक बार फिर सदर प्रखंड के मेहूस गांव में तालाब खोदाई के दौरान मिली है ।
यह प्रतिमा 4 फिट की है और इसे भगवान सूर्य की प्रतिमा बताया जा रहा है। हालांकि पहली नजर में ग्रामीणों के द्वारा इस प्रतिमा को भगवान विष्णु की प्रतिमा मान लिया गया परंतु पुरातात्विक जानकारों के द्वारा प्रतिमा की तस्वीर देखने के बाद इसे भगवान सूर्य की प्रतिमा बताई जा रही।
लखीसराय संग्रहालय के अध्यक्ष शिव कुमार मिश्रा के द्वारा यह जानकारी दी गई
इसको लेकर लखीसराय संग्रहालय के अध्यक्ष शिव कुमार मिश्रा के द्वारा यह जानकारी दी गई कि यह प्रतिमा सूर्य की प्रतिमा है । इसको लेकर हरिद्वार स्थित भारतीय पुरातात्विक संग्रहालय के निदेशक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि यह सूर्य की प्रतिमा है । भगवान सूर्य की प्रतिमा यहां पहले भी निकली है।
बताया कि आरंभिक पाल कालीन सूर्य सप्त दल कमल पर खड़े इसमें दर्शाए गए हैं। जिनके दोनों हस्त में दो कमलों से सुशोभित किया गया है। 4 फीट की यह प्रतिमा है। यह प्रतिमा खंडित रुप में है। साथ ही साथ दंड और पिंगल भी है।
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