
टाटी नरसंहार: 22 साल बाद भी जिसे याद कर सिहर जाते है लोग, बरसी पर श्रद्धांजलि

टाटी नरसंहार: 22 साल बाद भी जिसे याद कर सिहर जाते है लोग, बरसी पर श्रद्धांजलि
शेखपुरा
शेखपुरा जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर टाटी नदी है । इसी टाटी नदी पर बने पुल पर 26 दिसंबर 2001 को खून की नदियां बहा दी गई थी। ताबड़ तोड़ गोलीबारी में आठ राजनीतिक कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सभी राजनीतिक कार्यकर्ता उस समय कारा राज्य मंत्री और वर्तमान में भवन मंत्री बिहार सरकार अशोक चौधरी के बरबीघा के समारोह से लौट रहे थे। बरबीघा से समारोह में शामिल होकर लौटते हुए राजनीतिक कर्ताओं को टाटी पुल पर गोलियों से भून दिया गया था।
काशीनाथ यादव की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते संजय यादव
22 साल बाद आज भी उस नरसंहार को याद करते हुए लोग सिहर जाते हैं।
इसमें राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष काशी नाथ यादव उर्फ काशी पहलवान सहित अरियरी जिला परिषद सदस्य अनिल महतो, कुसुंबा पंचायत के मुखिया अबोध कुमार, करीहो निवासी सिकंदर यादव, करीमबीघा निवासी चालक विपिन कुमार सहित आठ लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को अंजाम अपराधियों ने टाटी पुल के पास दिनदहाड़े अंजाम दिया था। हत्याकांड के बाद जिले में दहशत का माहौल बन गया था।
श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित अशोक महतो एवं अन्य अतिथि

नरसंहार के 22 वीं बरसी पर समारोह
विभिन्न जगहों पर समारोह का आयोजन किया गया । नगर परिषद शेखपुरा में काशीनाथ यादव के पुत्र शंभू यादव, संजय यादव इत्यादि के द्वारा उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर शेखपुरा के कई गण मान्य लोगों की भी भागीदारी रही । सभी ने काशीनाथ यादव के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
उधर, ससबहना में हाल ही में जेल से छुटकारा आए अशोक महतो को टाटी नरसंहार की बरसी पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि बनाया गया था। इस समारोह में बिहार भर से भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही। समारोह में कई लोगों ने अपने-अपने विचार रखें। इसमें पिंटू महतो, नेत्र चिकित्सक डॉक्टर राकेश रंजन, जिला अध्यक्ष डॉ अर्जुन प्रसाद इत्यादि की भागीदारी देखी गई।




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