
मुंगेर विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों ने नैनो बायोसेंसर पर शोध प्रकाशित कर बढ़ाया बिहार का गौरव

मुंगेर विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों ने नैनो बायोसेंसर पर शोध प्रकाशित कर बढ़ाया बिहार का गौरव
शेखपुरा।
मुंगेर विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाइयों के दो प्राध्यापकों ने नैनो बायोसेंसर तकनीक पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। रामाधीन कॉलेज, शेखपुरा के रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. ऋतुराज दूबे तथा आरडी एंड डीजे कॉलेज, मुंगेर के वर्तमान एवं एसकेआर कॉलेज, बरबीघा के पूर्व जंतु विज्ञान प्राध्यापक डॉ. कुंदन लाल ने संयुक्त रूप से नैनो बायोसेंसिंग तकनीकी पर एक शोध आलेख प्रकाशित किया है।
यह शोध विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय जर्नल “माइक्रोकेमीकल जर्नल” में प्रकाशित हुआ है, जिसका इंपैक्ट फैक्टर 5.1 है। इतनी उच्चस्तरीय शोध उपलब्धि बिहार के लिए गर्व का विषय है। इस आलेख में नैनो बायोसेंसरों के पर्यावरण संरक्षण, खाद्य सुरक्षा, कृषि और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में उपयोग को विस्तार से बताया गया है।
बिहार जैसे सीमित संसाधनों वाले राज्य में इतनी उच्च गुणवत्ता वाला शोध कार्य कर पाना दोनों प्राध्यापकों की मेहनत और शोध के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
प्रोफेसर द्वय ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) संजय कुमार, आरडी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) मो. शहाब उद्दीन, एसकेआर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) संजय कुमार, और आरडी एंड डीजे कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) बिजेंद्र कुमार को दिया है।
उनकी इस उपलब्धि पर तीनों कॉलेजों के प्राचार्य, विश्वविद्यालय प्रशासन, शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मियों तथा कॉलेज के पूर्व उपाध्यक्ष आकाश कश्यप ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उपलब्धि पूरे विश्वविद्यालय और बिहार के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। इससे विद्यार्थियों को भी शोध कार्यों में प्रेरणा और नई दिशा मिलेगी।





Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!