
इस्लामिया हाई स्कूल पर कब्जा विवाद में फिर आया यह नया मोड़, जानकर हैरानी होगी

इस्लामिया हाई स्कूल पर कब्जा विवाद में फिर आया यह नया मोड़, जानकर हैरानी होगी
शेखपुराः
इस्लामिया हाई स्कूल पर कब्जे की लड़ाई लाठी डंडे और मारपीट तक जहां बुधवार की शाम पहुंच गई वहीं अब इसमें एक नया मोड़ आ गया है और इसमें कई साक्ष्य दिए गए हैं। इस स्कूल के प्रबंध समिति के पुराने सचिव शांबिल हैदर का दावा है कि वे विधि संवत सचिव बने हुए हैं और अभी आगे भी कार्य रूप से उनकी मजबूत दावेदारी है। वही लोजपा के जिला अध्यक्ष इमाम गजाली स्वयंभू रूप से सचिव बनने का दावा ठोक दिए हैं जिसके बाद विवाद हो गया है। अब इसमें इमाम गजाली के चचेरे भाई और वरिष्ठ नेता फजल इमाम मल्लिक भी कूद पड़े हैं और उन्होंने तथ्य के साथ खुद को सचिव होने की बात कही है।
क्या है दावेदारी का सच, जानिए पूरी बात
इस्लामिया स्कूल में की जार ही सियासत पर प्रबंध समिति को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ रहे एसएम परवेज आलम और फ़ज़ल इमाम मल्लिक ने चिंता जताई है और कहा है कि जिला के सबसे पुराने मुसलिम शिक्षण संस्थान इस्लामिया स्कूल में हुई मारपीट की घटना निंदनीय है. मल्लिक और आलम ने जारी बयान में कहा कि वर्तमान में काम कर रही प्रबंध समिति असंवैधानिक है और करीब दो दशक से एक ही व्यक्ति सचिव बने बैठे हैं जबकि कुछ दूसरे लोग अचानक रातोंरात कमेटी बना कर स्कूल पर कब्जा करना चाह रहे हैं और पठन-पाठन का माहौल खराब कर रहे हैं. मल्लिक ने कहा कि इससे स्कूल की छवि खराब हुई है. उन्होंने बताया कि शिक्षा निदेशक के आदेश के आलोक में 2021 में आम राय से एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसके अध्यक्ष परवेज आलम हैं और सचिव फजल इमाम मल्लिक हैं.
मल्लिक ने कहा कि तत्कालीन जिलाधिकारी को वर्तमान प्रबंध समिति के खिलाफ 2 मई, 2019 को आवेदन दिया था. आवेदन में कहा गया था कि इस्लामिया स्कूल में करीब दो दशक से एक ही व्यक्ति सचिव पर पर काबिज है. जिलाधिकारी ने अपने स्तर से जांच कर इसे सही पाया और माध्यमिक शिक्षा निदेशक को (पत्रांक 504, दिनांकः 25.5.2019) पत्र लिख कर जरूरी निर्देश देने का आग्रह किया लेकिन पटना से शिक्षा विभाग ने किसी तरह का जवाब नहीं दिया. तब हम लोगों ने पटना हाई कोर्ट में रिट दायर (CWJC-1419/2020) किया.

हाई कोर्ट ने इस सिलसिले में 25 फरवरी, 2020 को नई कमेटी के गठन को लेकर फैसला दिया. लेकिन निदेशक ने इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की तो फिर हम लोगों ने निदेशक को अदालत की अवमानना का जिक्र करते हुए 31 दिसंबर, 2020 को पत्र लिखा.
मल्लिक ने बताया कि इसके बाद शिक्षा निदेशक ने पत्रांकः 401, दिनांक 26 मार्च, 2021 के द्वारा इस्लामिया स्कूल सहित दूसरे स्कूलों में नई कमेटी बनाने को कहा. इस पत्र के आलोक में 12 सितंबर, 2021 को शेखपुरा में आमसभा कर लोगों ने एक नई कमेटी का गठन किया. इस कमेटी के अध्यक्ष परवेज आलम और सचिव फजल इमाम मल्लिक को चुना गया. मल्लिक के मुताबिक शेखपुरा जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्रांक 1000, दिनांक 24.5.2022 को इस कमेटी को मान्यता देने के लिए शिक्षा निदेशक, पटना को पत्र भेजा. लेकिन शिक्षा निदेशक के यहां से कोई पत्र नहीं आया तो नवगठित प्रबंध समिति इस्लामिया स्कूल के अध्यक्ष एसएम परवेज आलम ने पटना हाई कोर्ट में याचिका (CWJC 17208/2022) दायर की है. मामला पटना हाई कोर्ट में लंबित है. दिलचस्प यह है कि असंवैधानिक रूप से चल रही प्रबंध समिति के सचिव भी पटना हाई कोर्ट में नई गठित कमेटी के खिलाफ याचिका (12644/22) दायर की थी, जिसे अदालत ने 2 जनवरी, 2023 को खारिज कर दिया था. मल्लिक ने कहा कि हम अदालत के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल मे ताकि स्कूल में बच्चों पर कब्जा करने को लेकर जिस तरह से कुछ स्वंयभू बने सचिव और कमेटी के सदस्य काम कर रहे हैं वह अनुचित और निंदनीय है. मल्लिक ने कहा कि किसी भी संस्था या इदारे का काम नियमों और संस्था के संविधान के जरिये ही तय होगा, दादिगिरि और लंपटई से नहीं हो सकता. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने 22, अगस्त को आनन-फानन में अपने को सचिव-अध्यक्ष बता कर स्कूल के माहौल को खराब करने की कोशिश की है. यह शर्मनाक और निंदनीय है. उन्होंने इलाके के अकलीयत समाज से भी अपील की है कि अदालती आदेश आने तक स्कूल को सियासत से दूर रखें. मल्लिक ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि वह इस मामले में दखल दे और स्कूल का प्रशासनिक कामकाज अपन हाथ में ले ताकि पठन-पाठन का काम बेहतर ढंग से चलाया जा सके.





Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!