• Thursday, 09 May 2024
Good News: कोई 22 बार तो कोई 12 बार कर चुके हैं रक्तदान: विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष रिपोर्ट

Good News: कोई 22 बार तो कोई 12 बार कर चुके हैं रक्तदान: विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष रिपोर्ट

DSKSITI - Small

Good News: कोई 22 बार तो कोई 12 बार कर चुके हैं रक्तदान: विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष रिपोर्ट

शेखपुरा

मंगलवार को दुनिया में विश्व रक्तदान दिवस का आयोजन किया जा रहा है । विश्व रक्तदान दिवस मनाने की परंपरा शुरू भले ही परंपरागत रूप से की गई हो परंतु सोशल मीडिया पर युवाओं के उत्साह और उमंग से विश्व रक्तदान दिवस पर रक्तदान करने वालों को काफी प्रेरणा मिल रही है और लोग आगे बढ़कर रक्तदान कर रहे हैं। युवाओं को इतनी बड़ी भूमिका है । सोशल मीडिया भी इसमें मुख्य भूमिका में है।

दरअसल शेखपुरा जिले में कई व्हाट्सएप ग्रुप संचालित हैं। जिसके माध्यम से रक्तदान के लिए लोग प्रेरित होते हैं और रक्तदान करने के लिए आगे आते हैं। शेखपुरा जिला मुख्यालय से रक्तदान महान दान व्हाट्सएप ग्रुप का संचालन हो रहा है।

इसके मुख्य संचालक आर एस एस के जिला सह संघ चालक अभय कुमार है जबकि बरबीघा से भी हेल्पिंग हैंड ग्रुप के माध्यम से रक्तदान के लिए युवाओं में उत्साह देखा जाता है।

अभय कुमार संचालक के साथ-साथ रक्तदान करने में भी आगे रहते हैं। उनके द्वारा अभी तक 22 बार रक्तदान किया गया है । अभय कुमार बताते हैं कि रक्तदान महादान है। लोगों की जान बचाने से बड़ा पुण्य का काम कुछ नहीं हो सकता। इसीलिए हुए 2017 से ही इस ग्रुप के माध्यम से इस काम को कर रहे हैं। बताया कि आधा दर्जन जिले में थैलीसीमिया के मरीज हैं। ऐसे बच्चों में खून का बनाना रुक जाता है और उन्हें बाहरी खून पर निर्भर रहना पड़ता है। परिवार के लोग भी लगातार खून नहीं दे सकते। ऐसे में उनके उपर बड़ी जिम्मेदारी होती है और लगातार थैलेसीमिया के आधा दर्जन मरीजों के जीवन को बचाए रखने के लिए हम लोग रक्तदान करते हैं और उन्हें रक्त उपलब्ध होता है।

रक्तदान से बड़ा पुण्य का काम कुछ भी नहीं

अभय कुमार के साथ-साथ इसी ग्रुप में रहने वाले शेखपुरा निवासी विशाल आनंद, हरिओम कुमार, सुभाष कुमार, बरबीघा निवासी नवीन कुमार इत्यादि के द्वारा लगभग एक दर्जन बार रक्तदान किया गया है। सभी ने बताया कि रक्तदान से कोई कमजोरी नहीं आती है । लोगों में यह भ्रम फैल गया है। वे लोग एक दर्जन बार रक्तदान कर चुके हैं। परंतु कभी कोई परेशानी नहीं हुई। कभी भी किसी को रक्त की जरूरत पड़ती है तो वे लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। रक्तदान के काम में जुटे बरबीघा रेफरल अस्पताल के डाटा ऑपरेटर संदीप भारती भी हेल्पिंग हैंड ग्रुप चला रहे हैं। उनके द्वारा भी कई बार रक्तदान किया गया है । इनके टीम में ओनामा अमित प्रियदर्शी के द्वारा एक दर्जन बार रक्तदान किया गया है। हेल्पिंग हैंड ग्रुप के साथ-साथ पटना के टीम से जुड़ कर उन्होंने बहुत पहले से ही रक्तदान शुरू कर दिया। अमित प्रियदर्शी कहते हैं कि यह लोगों की सेवा का एक महान अवसर प्रदान करता है। रक्तदान करने के बाद ही इस खुशी को महसूस किया जा सकता है । दूसरों की मदद कर इतनी खुशी होती है उसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता।

DSKSITI - Large

new

SRL

adarsh school

st marry school

Share News with your Friends

Comment / Reply From

You May Also Like