• Monday, 01 September 2025

Good News: घर की छत पर बिजली का उत्पादन, सरकारी पावर ग्रिड में आपूर्ति

Good News: घर की छत पर बिजली का उत्पादन, सरकारी पावर ग्रिड में आपूर्ति

Good News: घर की छत पर बिजली का उत्पादन, सरकारी पावर ग्रिड में आपूर्ति

 

न्यूज डेस्क, शेखपुरा 

वैज्ञानिकों के द्वारा ऊर्जा के नए नए विकल्प लगातार खोजे जाते रहे हैं । पिछले दिनों कोयले की कमी से बिजली की समस्या देशभर में उत्पन्न हुई और लोग परेशान भी हुए। उधर, वैज्ञानिकों के खोज का परिणाम है कि अब लोगों के घरों पर बिजली का उत्पादन हो रहा है और वहां से सरकार के ग्रिड में इसकी आपूर्ति हो रही है। यह एक बेहतर विकल्प बिजली का सामने आया है।इसे विकल्प के रूप में बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

 

बरबीघा उच्च विद्यालय की छत पर लगा सोलर सिस्टम

दरअसल यह पूरा मामला सोलर सिस्टम से जुड़ा हुआ है । सोलर सिस्टम में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाने के बाद उससे उत्पन्न अतिरिक्त बिजली ऑटोमेटिक रूप से पावर ग्रिड को चली जाती है। जानकार बताते हैं कि आप अपने घर की छत पर 5 केवी का ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाते हैं तो यदि आप 2 केवी का उपयोग करते हैं तब 3 केवी बिजली स्वतः बिजली विभाग को चली जाती है।

 

सोलर सिस्टम से उत्पन्न बिजली को पावर ग्रिड में भेजने का संयंत्र

ऑन ग्रिड पावर सिस्टम के तहत शेखपुरा जिले के कई सरकारी और गैर-सरकारी छतों पर पावर सिस्टम लगाया गया है इन सोलर सिस्टम की वजह से घरों और सरकारी संस्थानों का बिजली बिल माइनस में आता है।

ऑनलाइन आवेदन करने पर सरकार से मिलता है अनुदान

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शेखपुरा जिला के शेखोपुरसराय के व्यवसाय सुधीर कुमार ने पिछले साल ही सोलर सिस्टम अपने घर में लगाया। सरकार से इस पर 60% अनुदान भी मिला। 51 हजार रुपए का खर्च आया। अब सुधीर कुमार के घर का बिजली बिल पिछले 1 साल से जीरो आया है। सुधीर कुमार कहते हैं कि उनके घर में एसी, फ्रीज, पंखा सभी इलेक्ट्रॉनिक के समान उपयोग में हो रहे हैं परंतु बिजली का बिल नहीं आ रहा। इसी तरह का सोलर सिस्टम बरबीघा के कन्या पाठशाला स्कूल में भी लगाया गया है यहां के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार कहते हैं कि 6 महीने से स्कूल का बिजली बिल शून्य आ रहा है और किसी तरह का कोई खर्चा नहीं है। पिछले महीने उनके स्कूल का बिजली बिल माइनस 6800 आया है। मतलब की बिजली विभाग के यहां है उनका पैसा जमा हो गया है। उधर, इस पावर सोलर सिस्टम के जानकार बाढ़ अनुमंडल में सहायक अभियंता अभिषेक राज की मानें तो यह बेहतर विकल्प के रूप में काम करता है। पिछले साल अनुदान पर देने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई थी। अभी ऑनलाइन की व्यवस्था बंद है। इसमें 40% से लेकर 70% तक अनुदान दिया जाता है। घरों और संस्थानों में कितना केवी बिजली की जरूरत है उस हिसाब से अनुदान की राशि और सिस्टम लगाया जाता है। कुछ दिनों में फिर से ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था शुरू की जाने वाली है। शेखपुरा जिला के कार्यपालक अभियंता आनंद प्रकाश ने बताया कि जिले में दो दर्जन सरकारी संस्थानों और गैर सरकारी संस्थानों की छतों पर ऑन ग्रिड पावर सिस्टम लगा हुआ है। जिससे काफी राहत हो रही है। लोगों के बिजली बिल 0 आ रहे हैं और अतिरिक्त उत्पन्न बिजली पावर ग्रिड में जा रही है।

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