 
                        
        फर्जी जाति प्रमाण पत्र देने के मामले में मुख्य पार्षद को चुनाव आयोग की नोटिस
 
            
                फर्जी जाति प्रमाण पत्र देने के मामले में मुख्य पार्षद को चुनाव आयोग की नोटिस
शेखपुरा
शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र में नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी को राज्य चुनाव आयोग के द्वारा नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस फर्जी प्रमाण पत्र के मामले में दिया गया है। इस मामले में 31 जनवरी को पटना स्थित कार्यालय में स्वयं अथवा अधिवक्ता के माध्यम से उपस्थित होने के लिए कहा गया है। इस नोटिस के बाद राजनीतिक सरगर्मी भी जिले में बढ़ गई है। नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि उपस्थित नहीं होने पर दिए गए कागजात के आधार पर ही फैसला दे दिया जाएगा।

शेखपुरा जिला अधिकारी के द्वारा निर्वाचन आयोग को भेजा गया पत्र
18 जनवरी को जारी किए गए चुनाव आयोग के इस नोटिस में कहा गया है कि मुख्य पार्षद के प्रत्याशी रही शुक्ला देवी ने चुनाव आयोग में एक याचिका दायर की है जिसमें कहा गया है कि रश्मि कुमारी का अनुसूचित जाति का दिया गया प्रमाण पत्र फर्जी है।
बता दें कि शेखपुरा नगर परिषद में मुख्य पार्षद की सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दी गई थी। इसमें नगर परिषद में हाल ही में शामिल पूरनकामा गांव निवासी विजय महतो की पत्नी रश्मि कुमारी भी प्रत्याशी बनी।
.jpg)
राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी किया गया नोटिस
 
                                
                                
                                                रश्मि कुमारी के द्वारा अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र दिया गया। यह प्रमाण पत्र पटना जिले के दनियामा के सलारपुर निवासी महेंद्र मांझी की पुत्री के रूप में दी गई थी। इस मामले में प्रत्याशी रही शुक्ला देवी एवं राजद के विधायक विजय सम्राट के द्वारा पटना के जिलाधिकारी से आवेदन देकर बताया गया था कि प्रमाण पत्र जाति का दिया गया है वह फर्जी है।
पटना जिला अधिकारी ने इसकी जांच कराई तो मामला फर्जी कागजात पर प्रमाण पत्र बनाने का निकला। जिसके बाद उसे रद्द कर दिया गया ।
इसकी सूचना शेखपुरा जिला अधिकारी को मिली तो जिलाधिकारी ने भी चुनाव आयोग को पत्र भेजकर शपथ ग्रहण से पहले मार्गदर्शन मांगा। जिसमें लिखा गया था कि फर्जी प्रमाणपत्र होने की जानकारी पटना जिला अधिकारी के द्वारा दिया गया है। हालांकि कोई दिशा-निर्देश नहीं मिलने के बाद शपथ ग्रहण भी संभव हो गया और रश्मि कुमारी मुख्य पार्षद के रूप में कार्य भी कर रही है । शुरू से ही इस पूरे मामले में कानूनी पचड़े की बात उठ रही थी। उधर, निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी किए गए नोटिस के बाद राजनीतिक सरगर्मी फिर से बढ़ गई है।
 
            
            
                                    
                 
            
            
                                    
                 
            
            
                                    
                 
            
            Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
 
                                                                                                                                            