• Friday, 03 May 2024
तो क्या हम इतने संवेदनहीन है कि महापुरुष की प्रतिमा स्थली भी इमानदारी से नहीं बना सकते ..?

तो क्या हम इतने संवेदनहीन है कि महापुरुष की प्रतिमा स्थली भी इमानदारी से नहीं बना सकते ..?

DSKSITI - Small

तो क्या हम इतने संवेदनहीन है कि महापुरुष की प्रतिमा स्थली भी इमानदारी से नहीं बना सकते ..?

बरबीघा

बरबीघा में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्री कृष्ण सिंह के प्रतिमा स्थली को नए सड़क बनने की वजह से बगल में बनाया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मांग पर भव्य प्रतिमा स्थल बनाने की मांग रखी गई थी। जिसके बाद इसका निर्माण कराया जा रहा है। परंतु इस निर्माण कार्य में कितनी घोर संवेदनहीनता है की गुणवत्ता पूर्ण काम नहीं किया जा रहा है ।

आलम यह है कि मिट्टी के ऊपर ही 2 इंची सीमेंट की ढलाई की जा रही है। इस गुणवत्ता हिना काम को देखते हुए स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। बिहार केसरी के जन्म भूमि के लोगों में खासी नाराजगी है। गांव के लोगों ने इस काम को रुकवा दिया है।

इस मामले में जानकारी देते हुए वार्ड पार्षद प्रसून कुमार भल्ला ने बताया कि गुणवत्ता हिना काम किया जा रहा है । इसके विषय में जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नगर परिषद के द्वारा यह काम नहीं किया जा रहा है। यह काम डीसीएलआर संजय कुमार के माध्यम से हो रहा है और नगर के सभापति ने भी इस काम को अपने स्तर से किए जाने के बारे में हाथ खड़े कर दिए।

गुणवत्ता हिना काम को लेकर लोगों में खासी नाराजगी है। प्रसून कुमार ने कहा कि ढलाई से पहले मिट्टी पर धुर्मुस भी नहीं किया गया है। ईटा भी नहीं दिया गया है। अगर ठेकेदार के पास पैसा नहीं था तो हम लोग यहां पर ईट दे देते। निशुल्क सेवा हम लोग करने के लिए तैयार हैं । गांव के लोग इसमें कभी पीछे नहीं हटेंगे। परंतु महापुरुष की प्रतिमा स्थल का निर्माण गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए।

वहीं ग्रामीण अविनाश कुमार काजू ने भी इस मामले में पहल की है और इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए गुणवत्ता हीन काम किए जाने का आरोप लगाया और कहा कि जब तक गुणवत्तापूर्ण काम नहीं होगा काम होने नहीं दिया जाएगा ।

अब सवाल यह भी उठता है कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री ने जिस बिहार के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उन्हीं की प्रतिमा स्थल के निर्माण के काम में इतनी घोर लापरवाही और अनियमितता संवेदनहीनता नहीं तो क्या है?

सवाल यह भी उठता है कि क्या एक छोटे से प्रतिमा स्थल का निर्माण भी बगैर कमीशन खोरी के हम ईमानदारी से नहीं कर सकते..?

DSKSITI - Large

यदि इतनी भी संवेदना हमारे समाज में नहीं बची तो फिर बच क्या जाएगा…!!

new

SRL

adarsh school

st marry school

Share News with your Friends

Comment / Reply From

You May Also Like