
डॉ. मनमोहन सिंह: भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने वाले नेता

डॉ. मनमोहन सिंह: भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने वाले नेता
नई दिल्ली
डॉ. मनमोहन सिंह, जो भारत के 13वें प्रधानमंत्री (2004-2014) रहे, ने अपने कार्यकाल में कई ऐसी योजनाओं और नीतियों को लागू किया, जिन्होंने आम जनता के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया। अर्थशास्त्र के गहरे ज्ञान और कुशल नेतृत्व के कारण डॉ. सिंह ने भारत को आर्थिक सुधारों की एक नई दिशा दी।
1. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA)
2005 में लागू की गई इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराना था। इस योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को सालाना 100 दिनों का गारंटीकृत रोजगार प्रदान किया गया। इसका लाभ करोड़ों ग्रामीण परिवारों को मिला और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली।
2. शिक्षा का अधिकार अधिनियम
2009 में लागू यह अधिनियम 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा की गारंटी देता है। इस नीति ने भारत में शिक्षा के स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
3. सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI)
2005 में लागू यह अधिनियम पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कदम था। इसने आम जनता को सरकारी प्रक्रियाओं और निर्णयों में अधिक भागीदारी का अवसर दिया।
4. ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (National Rural Health Mission)
2005 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना था। इसका लाभ लाखों ग्रामीण महिलाओं और बच्चों को मिला।
5. आर्थिक सुधार और विदेशी निवेश

डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया और आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाया। उन्होंने रिटेल, बीमा और अन्य क्षेत्रों में विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिली।
6. भारतीय बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली को सुदृढ़ करना
डॉ. सिंह ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए जन धन योजना का आधार तैयार किया, जिससे ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच बढ़ी।
7. खाद्य सुरक्षा अधिनियम
2013 में लागू इस अधिनियम के तहत गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर अनाज उपलब्ध कराया गया। यह योजना गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए वरदान साबित हुई।
आर्थिक स्थिरता और विकास
डॉ. सिंह के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था ने लगातार प्रगति की। वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारत की विकास दर स्थिर रही। उनका नेतृत्व भारत को एक मजबूत आर्थिक ताकत बनाने में मील का पत्थर साबित हुआ।
डॉ. मनमोहन सिंह की नीतियां आज भी भारत की प्रगति और विकास के मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में याद की जाती हैं। उनके प्रयासों से भारत न केवल आर्थिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी सशक्त हुआ।




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