
डायरिया को लेकर सतर्क होना कितना जरूरी, जान लीजिए

बरबीघा
सरकार द्वारा आयोजित सघन दस्त नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आज बरबीघा के डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं क्षेत्र के लोकप्रिय चिकित्सक डॉ कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह द्वारा बच्चों के बीच डायरिया से बचाव हेतु सावधानियों की चर्चा की गई। डॉ सिंह ने डायरिया से बचाव के लिए स्वच्छता एवम सफाई की आवश्यकता पर बल दिया एवम बच्चों को हाथों की सफाई के तरीके विस्तार से समझाए।
कुल दस प्रकार से हाथों को साफ करने का तरीका बच्चों को समझाया गया एवं हाथ धोने का मॉक अभ्यास भी कराया गया। साथ ही, डायरिया के लक्षण एवं इसके उपचार की भी चर्चा की गई।
ओआरएस घोल एवम जिंक सॉल्यूशन के इस्तेमाल की विधि भी बच्चों को समझाई गई। बच्चों को ‘प्रिवेंशन इज बेटर देन क्योर’ का यथार्थ भी समझाया गया। ज्ञात हो कि बरसात के मौसम में जीवाणुओं का संक्रमण बढ़ जाता है और छोटे बच्चों में साफ-सफाई के अभाव में डायरिया जैसी बीमारियां आम हो जाती है।
कार्यक्रम में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि यह कार्यक्रम डायरिया के संभावित प्रकोप से बचने और बच्चों को इसके प्रभाव से अक्षुण्ण रखने के उद्देश्य से पूरे बिहार राज्य में चलाया जा रहा है जिसके तहत राज्य भर में आशा द्वारा घर-घर जाकर मुफ्त ओआरएस का वितरण किया जाना है।
कार्यक्रम में विद्यालय के निदेशक रोहित प्रसाद सिंह, सुधांशु शेखर, प्राचार्य अरविंद मानव सहित सभी शिक्षकों की उपस्थिति रही।
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