
बोलो शाम “एक नई पहल”: Android App से पढ़ना सीख रहे सरकारी स्कूल के बच्चे

शेखपुरा
बदल रहा है अपना शेखपुरा, जी हां कहते हैं कि अशिक्षित को शिक्षा दो और अज्ञानी को ज्ञान क्योंकि शिक्षा से ही बन सकता है हमारा देश महान और इसी को सच बनाने के लिए पिछले एक साल से जिला में शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय पहल देखने को मिला है।
जिसका परिणाम है कि आज कई ऐसे विद्यालय हैं जो जिला के सर्वश्रेष्ठ सरकारी विद्यालय में गिने जाते हैं। कहते हैं कि एक विद्यालय का संचालन तभी सही से चल सकता है जब गाँव के लोगों का भी सहयोग हो और जागरूक हो।
आज कई ऐसे गाँव हैं जहाँ विद्यालय को सही रूप से चलाने के लिए उनका सहयोग मिल रहा है। जिले में पिछले एक साल से बेहतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए काम कर रही पिरामल फाउंडेशन के द्वारा इन दिनों बोलो शाम का अभियान चलाया जा रहा है जिसमें जिले के अलग अलग प्रखण्ड के अलग अलग गाँव में जाकर शिक्षा से सम्बंधित कार्यक्रम कर रहे हैं और लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं।
बोलो एप्प का बड़ा योगदान
इस प्रयास में मुख्य रूप से बोलो एप्प का बड़ा योगदान है, इस एप्प के माध्यम से न सिर्फ बच्चों का पढ़ने की क्षमता को विकसित किया जा सकता है बल्कि उनके माता-पिता बड़े-बुजुर्ग, युवावर्ग भी अपने पढ़ने की शैली को विकसित कर सकते हैं। यह एप्प एक तरह मोबाइल गेम है जिसे पढ़ाई की लिए इस्तेमाल किया जा सकता है जिसमें एप्प में ही शिक्षक होता है जिसकी मदद से कोई भी आसानी से पढ़ना सिख सकता है।

यह एप्प किसी भी एंड्राइड मोबाइल में इंस्टॉल हो सकता है और इंस्टॉल करने के बाद एक कोड डालना पड़ता है जो है:- kfp250085, इसके बाद यह एप्प सुचारू रूप से चलने लगता है। पिरामल फाउंडेशन के द्वारा जिले में पिछले 10 दिनों में 4 बोलो शाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां 3000 लोगों को बोलो एप्प के बारे में और उसके इस्तेमाल के बारे में बताया गया। इस कार्यक्रम में मुखिया, गाँव के लोग, शिक्षक, युवक और बच्चे अपनी अपनी भागीदारी दे रहे हैं और कार्यक्रम को सफल बना रहे हैं।
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