Good News: निजी स्कूल की शिक्षिका रक्त दान करने आगे गई, कहा दूसरे शरीर में जीवित रहना है
Good News: निजी स्कूल की शिक्षिका रक्त दान करने आगे गई, कहा दूसरे शरीर में जीवित रहना है
बरबीघा
रक्तदान लाजवाब तरीका है कई जिस्मों में जिंदा रहने का। कोई भी स्वस्थ मनुष्य किसी को भी अपना रक्तदान दे सकता है। इसमें किसी तरह की परेशानी, कमजोरी नहीं होती है। जितने लोग के लिए कोई रक्तदान करेगा उतने शरीर में दूसरे के रूप में भी वह जीवित रहेंगे।
यह बात शेखपुरा के पूर्व सिविल सर्जन डॉक्टर मृगेंद्र प्रसाद सिंह ने मंगलवार को कही
मौका था बरबीघा के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान संत मेरिज इंग्लिश स्कूल में रोटरी क्लब शेखपुरा के तत्वाधान में आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप का।
इस ब्लड डोनेशन कैंप में स्कूल की शिक्षिकाओं ने उत्साह से रक्तदान किया। उन्होंने समाज के लिए अपने योगदान को दोहराते हुए कहा कि रक्तदान से किसी तरह की परेशानी उन्हें महसूस नहीं हो रही है।
इस कैंप में संस्थान के महिला और पुरुष शिक्षकों ने उत्साह के साथ भाग लिया। लगभग इस संस्थान से 15 शिक्षक और शिक्षिकाओं ने रक्तदान महादान किया।
मुख्य रूप से इस संस्थान से कई महिलाओं ने रक्तदान में भाग लेकर एक संदेश देने का काम किया है की रक्तदान सिर्फ पुरुष नहीं , महिलाएं भी कर सकती है।
लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण बहुत सारी भ्रांतियां है कि रक्तदान करने से शारीरिक परेशानियां आने लगती है। जबकि विज्ञान की दृष्टिकोण से भी यह जरूरी है कि मानव को रक्तदान करना चाहिए।
इस मौके पर डॉक्टर मृगेंद्र प्रसाद सिंह पूर्व सिविल सर्जन शेखपुरा, डॉक्टर मुरारी प्रसाद सिंह पूर्व सिविल सर्जन शेखपुरा, डॉक्टर मुनेश्वर प्रसाद सिंह रोटेरियन, संजीव कुमार अध्यक्ष, निरंजन कुमार पांडे सचिव, संजय कुमार रोटेरियन, रामाश्रय सिंह, शंभू कुमार मंडल, सचिन कुमार, आनंद जय किशन, संस्थान के प्राचार्य एवं फाउंडर सह रोटेरियन प्रिंस पीजे, निदेशिका दीप्ति केएस एवं स्कूल के कई शिक्षक एवं शिक्षिकाएं मौजूद थी।
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!