
बिहार: इंटरमीडिएट परीक्षा टॉपर्स को दो गुनी राशि, लैपटॉप और विशेष छात्रवृत्ति

बिहार: इंटरमीडिएट परीक्षा टॉपर्स को दो गुनी राशि, लैपटॉप और विशेष छात्रवृत्ति
पटना।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने इस वर्ष से इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 के टॉपर्स के लिए आकर्षक पुरस्कारों की घोषणा की है। विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के प्रथम पांच रैंक प्राप्त करने वाले छात्रों को द्विगुणित पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
पुरस्कार राशि में बड़ा बदलाव:
प्रथम स्थान: 1 लाख रुपये की जगह अब 2 लाख रुपये।
द्वितीय स्थान: 75 हजार की जगह 1.5 लाख रुपये।
तृतीय स्थान: 50 हजार की जगह 1 लाख रुपये।
चौथा एवं पाँचवां स्थान: 15 हजार की जगह 30 हजार रुपये।
सभी टॉपर्स को एक-एक लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र और मेडल भी प्रदान किया जाएगा।
विशेष छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन:
बोर्ड के टॉपर्स को 'बिहार विद्यालय परीक्षा समिति डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेधा छात्रवृत्ति' के तहत 2,500 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह सहायता स्नातक तकनीकी पाठ्यक्रमों में नामांकन होने पर 3 वर्ष तक और इंटीग्रेटेड 5 वर्षीय पाठ्यक्रमों में 5 वर्ष तक जारी रहेगी।

सरकारी संस्थानों में नामांकन का अवसर:
राज्य सरकार के मान्यता प्राप्त संस्थानों में टॉपर्स को नामांकन में विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इस फैसले से राज्य के छात्रों में शिक्षा के प्रति उत्साह बढ़ने की उम्मीद है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 के परिणाम की घोषणा की
पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने 25 मार्च 2025 को इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 के परिणाम की घोषणा की। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस.पी. सिद्धार्थ, अध्यक्ष आनंद किशोर और शिक्षा मंत्री सुभाष कुमार उपस्थित रहे।
इस वर्ष कुल 12,80,211 छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया, जिसमें से 86.50% विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। विज्ञान संकाय में छात्रा प्रिया जयसवाल ने 484 अंकों (96.80%) के साथ प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। कला संकाय में अंजलि कुमारी और वाणिज्य संकाय में श्रेया कुमारी ने क्रमशः 473 (94.60%) और 475 (95%) अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया।
पिछले सात वर्षों से बिहार बोर्ड लगातार मार्च माह में परिणाम जारी कर रहा है, जो अन्य राज्यों की तुलना में एक रिकॉर्ड है। बोर्ड द्वारा परिणाम जारी करने की प्रक्रिया को और आधुनिक बनाने के लिए तकनीकी उपाय किए गए हैं।
इस वर्ष की परीक्षा में कुल 5,08,004 छात्राएं और 5,07,002 छात्रों ने सफलता प्राप्त की। विज्ञान संकाय में 6,37,797 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए, जिनमें से 5,59,907 छात्र सफल रहे। कला संकाय में 4,22,200 और वाणिज्य संकाय में 2,20,214 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी।




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