
युवाओं के रोजगार के लिए कर्ज देने में आनाकानी करते है बैंक, देखिए कैसे मामला आया सामने

युवाओं के रोजगार के लिए कर्ज देने में आनाकानी करते है बैंक, देखिए कैसे मामला आया सामने
शेखपुरा
उप विकास आयुक्त एवं सहायक निदेशक उद्योग विभाग बिहार पटना की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित मंथन सभागार में उद्योग विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक की गई। समीक्षा के क्रम में महा प्रबंधक जिला उद्योग विभाग द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजनान्तर्गत वर्ष 2023-24 में अबतक प्राप्त 134 लक्ष्य के विरूद्ध 291 आवेदनों को जिलान्तर्गत बैंकों को अग्रसारित किया गया। इसमें विभिन्न बैंकों द्वारा मात्र 50 आवेदनों को स्वीकृत प्रदान की गई है।
इसी प्रकार प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद उद्यम उन्नयन योजना के तहत प्राप्त 83 भौतिक लक्ष्य के विरूद्ध कुल 166 आवेदन प्राप्त है। जिन्हें बैंकों को अग्रसारित कर दिया गया। अभीतक बैंकों द्वारा 41 आवेदनों को स्वीकृति दी गई है। 49 आवेदन लंबित है जबकि 76 आवेदनों को अस्वीकृत किया गया है।

उप विकास आयुक्त द्वारा शून्य स्वीकृति वाले दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, यूनियन बैंक, बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ बड़ौदा, आईडीवीआई, एक्शीश बैंक एवं बंधन बैंक आदि द्वारा कम लक्ष्य के बावजूद भी एक भी आवेदन स्वीकृत नहीं करने के कारण नाराजगी व्यक्त की गई है एवं लक्ष्य के विरूद्ध योग्य लाभुकों को नियमानुसार स्वीकृति प्रदान करें। उद्योग पदाधिकारी को सभी बैंकों से समन्वय बना कर आवेदनों की त्रृटि को दूर करवाते हुये लाभुको को लाभ दिलाने का निदेश दिया गया। इस अवसर पर कुछ आवेदकों को जिनको इन योजनाओं के तहत स्वीकृति मिल चुकी है उन्हें चेक के माध्यम से राशि उपलब्ध कराई गई।




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