
Exclusive Report: एक झोपड़ी : शौचालय भी नहीं : कैसे होगा होम क्वारन्टीन का पालन

बरबीघा, शेखपुरा
शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड के शेरपर गांव के मांझी परिवार के लोग हैं। इनके जैसे 100 से अधिक लोग त्रिपुरा अगरतला से ईट भट्टे पर काम करने के बाद किसी तरह से घर लौटे हैं । इनसे चिमनी मालिक के द्वारा एक ₹1000 प्रति व्यक्ति किराया वसूला गया। अब यह लोग जब घर पहुंचे हैं तो इन्हें रेड जोन में नहीं होने की वजह से घर पर रहने की हिदायत दी गई है।



मेडिकल टीम के द्वारा यह हिदायत दी गई और कहा गया कि एक व्यक्ति दूसरे के संपर्क में नहीं आएगा। घर से बाहर नहीं निकलना है। अब यह घर में एक 10 फीट के झोपड़ी में 8 से 10 परिवार के लोग रहते हैं । पूरे दलित टोले में व्यक्तिगत रूप से एक दो शौचालय ही है। बाकी किसी के पास शौचालय नहीं है। यहां सार्वजनिक शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है। बाहर जाने की मजबूरी हो गई है। तो ऐसे में होम क्वरंटीन करने पर इन लोगों को घर में कैसे रहा जाए। यह समस्या हो गई है। इसको लेकर लोग काफी परेशान हैं। इसी तरह के लोग काशीबीघा गांव में भी आए हैं। जिनके भी घर में रहने की हिदायत है। परंतु मजबूरी में इसका पालन नहीं हो रहा।
खुले में शौच मुक्त भारत का सच
अब ऐसे में ज्यादातर दलित परिवारों के साथ शौचालय नहीं होने से खुले में शौच मुक्त घोषित हुए भारत का एक सच भी सामने आ गया है।

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