
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि 525 मैट्रिक टन यूरिया का स्टॉक है जिला में..!!!

शेखपुरा।
योगेन्द्र सिंह जिलाधिकारी शेखपुरा की अध्यक्षता में आज समाहरणालय के श्रीकृष्ण सभागार में कृषि टास्क फोर्स एवं जिला स्तरीय उर्वरक अनुश्रवण एवं निगरानी समिति की बैठक हुई। उन्हांेने कहा कि सुखाग्रस्त इनपुट सब्सिडी आवेदन का ए॰सी॰ लाॅगिन से सत्यापन के लिए समय सीमा 31.12.2018 से बढ़ाकर 10.01.2019 तक एवं जिला कृषि पदाधिकारी और अपर समाहत्र्ता, शेखपुरा के लाॅगिन स्तर से 15.01.2019 तक समय सीमा निर्धारित की गयी है।
यह समय सीमा 31.12.2018 के बाद भी आवेदन पैन्डिग रह जाने की स्थिति में किया गया है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि निर्धारित कार्य सीमा के अंदर प्राप्त सभी आवेदनों का सत्यापन कार्य कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में लाल बच्चन राम जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खरीफ फसल अनुदान के लिए 23028 आवेदन आॅनलाईन प्राप्त हुये है। कृषि समन्वय के द्वारा इसमें से 2123 आवेदन सत्यापित किये गये है जिसमें से 12991 सही पाये गये। जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा जाॅचोपरांत 12375 आवेदन अनुदान के लिए स्वीकृत किये गये।
सत्य प्रकाश शर्मा अपर समाहर्ता, के द्वारा अनुदान के लिए 10787 आवेदन को स्वीकृत किया गया। आॅनलाईन आवेदन सबसे अधिक शेखपुरा प्रखंड से 5424 एवं सबसे कम घाटकुसुम्भा प्रखंड से 1944 प्राप्त हुये है।
खरीफ फसल हेतु डीजल अनुदान के लिए 20675 आवेदन प्राप्त हुये है जिसमें से जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा 15722 आवेदन को अनुदान के लिए स्वीकृत किया गया है।
स्वीकृत आवेदनों के तहत अबतक 180.17 लाख रूपये सन्नहित किया गया है। चना अच्छादन के लिए जिला का लक्ष्य 3500 हेक्टेयर था। जिसके तहत 584 हेक्टेयर में चना लगाया गया। रब्बी फसल के लिए विभिन्न योजनाओं में बीज/ उपादान 2570 लाभकों के बीच वितरित किया गया।
आकस्मिक फसल योजना के तहत रब्बी, दलहनी फसल 584 क्वीं॰ वितरण किया गया। मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत आम का पौधा 37 कृषकों को उपलब्ध कराया गया। पपीता खेती को बढ़ावा देने के लिए 08 कृषकों को 57 हजार रूपये उपलब्ध कराये गये है।
फूलों की खेती के लिए 12 किसानों के द्वारा आवेदन दिया गया है। मशरूम स्पोन कम्पोस्ट का भौतिक लक्ष्य 25 हजार यूनिट है जिसके तहत 393 आवेदन प्राप्त हुये है।

यूरिया खाद का जिला में लक्ष्य 44.37 एम॰टी॰ था जो अबतक 40.41 एम॰टी॰ पहुॅच गया है।
अभी जिला में 525 एम॰टी॰ स्ट्राॅक है। इसी प्रकार डी॰ए॰पी॰ खाद का लक्ष्य 1268 एम॰टी॰ था जिसके विरूद्ध 1546 एम॰टी॰ पहुॅच चुका है जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि निर्धारित दर पर किसानों को उर्वरक उपलब्ध करायें।
आज की बैठक में लाल बच्चन राम जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सत्येन्द्र प्रसाद जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी के साथ-साथ कई पदाधिकारी उपस्थित थें।
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