• Sunday, 24 November 2024
Students News : इंटर-मैट्रिक के लिए अब तीन सितंबर तक भरे जायेंगे परीक्षा फॉर्म

Students News : इंटर-मैट्रिक के लिए अब तीन सितंबर तक भरे जायेंगे परीक्षा फॉर्म

DSKSITI - Small

इंटर-मैट्रिक के लिए अब तीन सितंबर तक भरे जायेंगे परीक्षा फॉर्म

– रजिस्ट्रेशन व सूचीकरण में भी तीन सितंबर तक होगा सुधार
– बकाया शुल्क भी तीन सितंबर तक करना होगा जमा

अनुराग, पटना:
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर व मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 के लिए परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी है. 2022 की वार्षिक परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स अब तीन सितंबर तक परीक्षा फॉर्म भर सकते हैं. इसके साथ परीक्षा शुल्क भी तीन सितंबर तक जमा कर सकते हैं. इससे पहले मूल रजिस्ट्रेशन में सुधार के साथ परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि 14 से 24 अगस्त तक थी. छात्र हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने एवं शुल्क जमा करने के लिए तीन सितंबर तक अवधि विस्तार किया गया है. बोर्ड ने कहा है कि पूर्व में दिये गये अवसरों के बावजूद यदि किसी स्टूडेंट्स के जारी मूल सूचीकरण कार्ड में अंकित उनके नाम, माता-पिता के नाम में स्पेलिंग, फोटो, जन्म तिथि, जाति, धर्म, राष्ट्रीयता, लिंग, विषय, परीक्षा का माध्यम से संबंधित त्रुटि रह गया हो, तो उसमें तीन सितंबर तक सुधार कर सकते हैं. इसमें संबंधित शिक्षण संस्थान के प्रधान के द्वारा समिति के पोर्टल पर ऑनलाइन सुधार किया जायेगा. इसके बाद संशोधित सूचीकरण विवरणी के आधार पर परीक्षा फॉर्म भरा जायेगा. बोर्ड ने कहा है कि भविष्य में यदि यह पाया जाता है कि त्रुटि संशोधन के क्रम में किसी स्टूडेंट्स का पूर्ण पहचान बदल दी गयी है, तो उनका सूचीकरण रद्द किया जा सकता है तथा संबंधित शिक्षण संस्थान के प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है.

तीन सितंबर तक बकाया शुल्क करना होगा जमा :

इंटर वार्षिक परीक्षा 2022 में सम्मिलित होने वाले वैसे स्टूडेंट्स, जिनका सूचीकरण आवेदन निर्धारित अवधि तक ऑनलाइन भरा गया है, लेकिन सूचीकरण शुल्क शिक्षण संस्थान के प्रधान द्वारा जमा नहीं किया गया है, तो बकाया सूचीकरण शुल्क की राशि भी तीन सितंबर तक जमा कर दें, अन्यथा उनका एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जायेगा. जिसका उत्तरदायित्व संबंघित शिक्षण संस्थान के प्रधान की होगी.

DSKSITI - Large

new

SRL

adarsh school

st marry school

Share News with your Friends

Comment / Reply From