Viral test: मोबाइल से पैसा भेजने पर लगेगा चार्ज, इस खबर के वायरल होने की क्या है सच्चाई
Viral test: मोबाइल से पैसा भेजने पर लगेगा चार्ज, इस खबर के वायरल होने की क्या है सच्चाई
न्यूज डेस्क
पिछले दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया पर मोबाइल से पैसा भेजने में चार्ज लगने का पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। इस तरह के पोस्ट कई लोगों के द्वारा किया गया है। जिसमें 1 दशमलव 10 प्रतिशत इंटरचेंज चार्ज करने की बात सोशल मीडिया पर कही जा रही है और 2000 से अधिक रुपए के ट्रांसफर पर यह चार्ज लगने की बात हो रही है ।
इस तरह के पोस्ट जब सामने आए तो केंद्र सरकार के विपक्ष में बड़ी संख्या में लोगों ने इसी पोस्ट किया परंतु इसकी सच्चाई कुछ और ही निकली । इस पूरे मामले में यूपीआई ट्रांजैक्शन को देखने वाली केंद्र सरकार की संस्था नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई NCPI) ने ट्विटर के माध्यम से इस पर अपनी सफाई दी।
यूपीआई से पैसा भेजने पर नहीं कटेगा कोई भी चार्ज
एनपीसीआई ने बुधवार को ट्विटर के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने पर किसी तरह का चार्ज नहीं कटेगा। आम ग्राहकों के लिए यूपीआई पहले की तरह ही निःशुल्क है।
इसमें किसी तरह का चार्ज नहीं लगाया गया है । 99.9% लोग यूपीआई से ही पैसा भेजते हैं । इसमें बैंक से पैसा सीधा कटता है और बैंक के खाते में ही चला जाता है जिस पर किसी तरह के चार्ज लगने की व्यवस्था नहीं है । हालांकि इसमें थोड़ा बहुत चार्ज पीपीआई माध्यम में लगाया गया है जिसमें किसी भी ऐप के वॉलेट से पैसा दो हजार से ऊपर भेजने पर 1.1% शुल्क मर्चेंट को देना होगा।
इस तरह का भुगतान बहुत कम लोग ही करते हैं जिससे इसका असर आम लोगों पर नहीं पड़ेगा आम उपभोक्ता गूगल पे, पेटीएम, पेफोन के जरिए यूपीआई से भुगतान करते हैं जो सीधा बैंक खाते से कटता है और बैंक खाते में चला जाता है।
जनवरी के महीने में खूब हुआ है यूपीआई से ट्रांजैक्शन
मीडिया को दी गई जानकारी में बताया गया कि पिछले जनवरी महीने में खूब पैसे का ट्रांसफर यूपीआई के द्वारा हुआ है। 1299,0580 करोड़ का ट्रांजैक्शन किया गया है। बताया गया कि 25 करोड़ लोग खरीदारी के लिए यूपीआई ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं जो डिजिटल इंडिया के बढ़ते प्रभाव की ही निशानी है।
क्या होता है यूपीआई ट्रांजैक्शन (साभार AI)
UPI (Unified Payments Interface) भारत में एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है जो विभिन्न बैंकों के बीच भुगतान को संभव बनाता है। इसे भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था का एक अहम अंग माना जाता है।
UPI को भारतीय रिजर्व बैंक और नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है। इसे भारत में 2016 में शुरू किया गया था और उस समय से यह भारत में बहुत लोकप्रिय हुआ है।
UPI के माध्यम से भुगतान करने के लिए आपको अपने बैंक खाते को आधार से जोड़ना होगा और फिर आप अपने मोबाइल फोन पर UPI ऐप का उपयोग करके भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने बैंक की UPI ID का उपयोग करना होगा। UPI के माध्यम से आप अन्य लोगों को भी पैसे भेज सकते हैं।
UPI भारत में बहुत सरल और त्वरित होने के कारण लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इसके द्वारा लोग आसानी से भुगतान कर सकते हैं और इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक परिवर्तन आए हैं।
NPCI Press Release: UPI is free, fast, secure and seamless
— NPCI (@NPCI_NPCI) March 29, 2023
Every month, over 8 billion transactions are processed free for customers and merchants using bank-accounts@EconomicTimes @FinancialXpress @businessline @bsindia @livemint @moneycontrolcom @timesofindia @dilipasbe pic.twitter.com/VpsdUt5u7U
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!