दलित छात्रावास में छात्र के हत्या का एफआईआर में सुसाइड नोट आया सामने
दलित छात्रावास में छात्र के हत्या का एफआईआर में सुसाइड नोट आया सामने
बरबीघा, शेखपुरा
शेखपुरा जिले के बरबीघा कॉलेज के छात्रावास में एक छात्र के हत्या की प्राथमिकी गुरुवार को परिवार वालों ने दर्ज करा दी ।
निरंजन कुमार फाइल फोटो
शेखपुरा के लोदीपुर पंचायत के पथरेटा गांव निवासी निरंजन कुमार की मौत छात्रावास में हो गई थी। लाश कमरे की छत से लटकी हुई थी । प्रथमदृष्टया सभी ने इसे आत्महत्या ही बताया। परंतु परिवार के लोगों ने छात्रावास के ही पांच छात्रों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए पिता के द्वारा प्राथमिकी कर दी गई । वहीं अभी इस मामले में लगातार साक्ष्य सामने आ रहे हैं।
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सोशल मीडिया पर वायरल सुसाइड नोट
आर्मी जॉइन नहीं करने की वजह से आत्महत्या की कही बात
सोशल मीडिया पर वायरल सुसाइड नोट में एनसीसी कैडेट और इंटर का छात्र निरंजन के द्वारा माता से माफी भी मांगी गई है और आर्मी जॉइन नहीं कर पाने की वजह से आत्महत्या करने की बात कही है। छात्र के इस सुसाइड नोट को इंटरनेट पर वायरल देखा जा रहा है। इस सुसाइड नोट की जो तस्वीर है वह छात्र निरंजन के कमरे में जो टेबल है उसी की के ऊपर की तस्वीर है।
सुसाइड नोट में भी इस टेबल का फोटो लिया गया दिख रहा है। उधर पुलिस के द्वारा भी दबी जुबान में इस सुसाइड नोट की पुष्टि की जा रही है।
सीसीटीवी में भी नहीं है किसी के कमरे में आने-जाने का साक्ष्य
जहां एक तरफ इस मामले में छात्रावास के ही पांच छात्रों को एफआईआर में नामजद किया गया जिसमें तीन छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसी दिन परिवार के लोगों ने ही तीनों छात्रों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था।
वही इस मामले में थाना अध्यक्ष सुनील दत्त ने बताया कि पुलिस के द्वारा जब छात्रावास के सीसीटीवी को देखा गया तो रात्रि में छात्र खाना खाने के बाद कमरे के अंदर जाता है उसके बीच किसी के आने-जाने का कोई वीडियो नहीं है। सुबह में दोस्तों के द्वारा ही दरवाजा खोलने के लिए उसे जगाया जाता है तो वह नहीं जगता है फिर अन्य दोस्तों को बुलाकर दरवाजे में धक्का दिया जाता है तो जोर से धक्का देने पर दरवाजा का छिटकनी गिर जाता है और दरवाजा खुलता है और सभी हक्का-बक्का रह जाते हैं। यह सारा मामला वीडियो में साफ दिख रहा है।
फॉरेंसिक की टीम ने भी प्रथम दृष्टि में आत्महत्या की बात ही मानी
इस पूरे मामले में परिवार वालों के दबाव में बुधवार को ही भागलपुर से फॉरेंसिक की टीम आ गई थी। फॉरेंसिक की टीम के द्वारा भी प्रथम दृष्टि में इसे आत्महत्या का ही मामला माना गया। यह भी बताया कि छत पर लगे लोहे के अंकुश में पहले एक शॉल और फिर शॉल के नीचे एक गमछी बांध कर गले में फंदा लगाकर पलंग के सहारे उसमें झूल गया जिससे उसकी जान चली गई । फिर लाश के वजन से धीरे-धीरे रस्सी नुमा गमछी सरसरता हुआ नीचे आया जिससे जमीन में लाश का पैर सट गया।
हाई वोल्टेज हुआ ड्रामा रोड, जाम । भीम संगठन के लोगों ने भी किया हस्तक्षेप, मोबाइल छुपाया
इस पूरे मामले में बता दें कि पूरा हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। बुधवार को घटना के दिन परिवार के सभी सदस्यों ने बताया कि युवक मोबाइल नहीं रखता था। पुलिस के द्वारा काफी दबाव बनाए जाने के बाद रात्रि में मोबाइल दिया गया परंतु उससे व्हाट्सएप इत्यादि के साक्ष्य मिटा दिए गए।
परिवार के लोगों ने कॉलेज के आगे सड़क जाम कर दिया। वहीं सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले में भीम संगठन से जुड़े कई लोगों ने पुलिस पर प्राथमिक दर्ज करने का भी दबाव बनाया ।
परिवार के लोगों ने भी एफआईआर में अभियुक्त पांच छात्रों को बना दिया है। जिसमें तीन को पुलिस के हवाले परिवार के द्वारा ही किया गया था। अब इस पूरे मामले में छात्रों को इंसाफ की भी दरकार होगी और इसकी खूब चर्चा हो रही है। आत्महत्या जैसे मामले को हत्या के संगीन मामले में बदलकर पांच छात्रों पर एफआईआर की चर्चा हो रही है।
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