पुस्तकालय "सृजन" के उद्धाटन पर परिचर्चा एवं काव्य पाठ का आयोजन
पुस्तकालय "सृजन" के उद्धाटन पर परिचर्चा एवं काव्य पाठ का आयोजन
बरबीघा:
अंधकार में ही प्रकाश की जरुरत होती है। आज के समय में जब इंटरनेट मीडिया नई पीढ़ी को अपने कब्जे में ले रही है तो वैसे समय में बच्चों को पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित करने का प्रयास करना ही अपने आप में एक बड़ा काम है।
उक्त बातें जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व सचिव एवं बरबीघा उच्च विद्यालय के सेवानिवृत प्रधानाध्यापक राजनीति सिंह ने कही। उक्त बातें उन्होंने डिवाइन लाइट स्कूल के पुस्तकालय "सृजन" के उद्धाटन के अवसर पर कही। इस मौके पर एक परिचर्चा एवं बच्चों के काव्य पाठ का आयोजन भी किया गया।
इस मौके पर सेवानिवृत सिविल सर्जन डा कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह , जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रतन कुमार, कवि अरविंद मानव, प्राचार्य सुधांशु शेखर, निदेशक रोहित कुमार, शांति भूषण ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का श्रीगणेश किया। डा केएमपी सिंह ने अपने प्रेरक उद्बोधन में विद्यालय के बच्चों को कई प्रसंगों के माध्यम से प्रेरित किया। बच्चों को पुस्तक से दोस्ती करने की सीख दी।
एल्गोरिथम के माध्यम से हर व्यक्ति के मस्तिष्क पर कब्जा
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अरुण साथी के द्वारा सोशल मीडिया के बढ़ते दुष्प्रभाव और एल्गोरिथम के माध्यम से मस्तिष्क को प्रभावित करने के बिंदु पर विशेष रूप से प्रकाश डाला । बताया कि आज एल्गोरिथम के माध्यम से हर व्यक्ति के मस्तिष्क और गतिविधियों को पढ़कर उसके हिसाब से चीजों को प्रस्तुति देते हुए उस पर कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने स्मार्ट मोबाइल में डिजिटल वेल विइंग एप के माध्यम से नोटिफिकेशन को बंद करने एवं उसके अन्य उपयोग पर भी बल दिया।
बच्चों की काव्य प्रस्तूति में तान्या ने तुलसीदास, कबीर, दिनकर और दुष्यंत कुमारी की रचानाें की प्रस्तूति सम सामयिक रूप से कर तालियां बटोरी। मंच संचालन अचिन्तय कुमार अचल ने किया। मौके पर खुशी भदानी ने भारत एक महान देश पर प्रकाश डाला। खुशी कुमारी ने पुस्तक की बदलती दुनिया पर अपने सहपाठियों के बीच अपने विचार रखे। प्रज्ञा, प्रिंस राज, अभिनव ने भी अपनी प्रस्तुति दी। शिक्षिका मणिमाला कुमारी ने सहयोग किया।
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