आर्केस्ट्रा गर्ल नेहा के थे हजारों दीवाने, मौत पर लाश नहीं आया कोई ले जाने
आर्केस्ट्रा गर्ल नेहा के थे हजारों दीवाने, मौत पर लाश नहीं आया कोई ले जाने
शेखपुरा
आर्केस्ट्रा के स्टेज पर जब थिरकती थी तो हजारों दीवाने उसकी अदाओं पर अपनी जान छिड़कते थे। आज जब नेहा की जान चली गई तो उसका कोई अपना सामने नहीं आया । उसकी लाश को एक लावारिस लाश की तरह अंतिम संस्कार कर दिया गया। नेहा शायद किसी से बहुत प्यार करती थी या उसका भी कोई अपना होगा । उसने अपने बाएं हाथ पर सैलानी दादा नाम का टैटू बना रखी थी।
रोशनी कुमारी
यह आर्केस्ट्रा की चकचौंध में गरीबी और बेबसी से लड़ने वाली लड़कियों की दर्द भरी अंतहीन दास्तान की बानगी भर है।
नेहा बर lबीघा के लालूनगर के पास सड़क से घायल हुई थी। पावापुरी मेडिकल अस्पताल में उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया ।
उसके मोबाइल से जब पुलिस ने उसके कुछ चाहने वालों से संपर्क किया तो कोई उसका अपना बनकर सामने नहीं आया।
नेहा बंगाल की रहने वाली और अनाथ थी। एक नंबर पर पुलिस ने जब संपर्क किया तो पहले युवक ने नेहा का खुद को बॉयफ्रेंड बताया परंतु नेहा के मौत की खबर सुनाने और लाश ले जाने की बात पर उसने मोबाइल बंद कर लिया और कभी मोबाइल चालू भी नहीं किया।
अंत में पुलिस ने नेहा की लाश का अंतिम संस्कार लावारिस लाश की तरह कर दिया। 25 फरवरी को लालूनगर गांव के पास हुए सड़क हादसे में एक बुलेट पर चार लोग सवार होकर आर्केस्ट्रा में शामिल होने के लिए जा रहे थे । इसमें चालक और एक महिला की मौके पर मौत हो गई। जबकि दो अन्य महिला की मौत इलाज के दौरान हुई। उसी में से नेहा भी एक थी। इसमें चालक चेवडा प्रखंड के कुरमुरी गांव निवासी 35 वर्षीय मनोहर कुमार, बरबीघा के जयरामपुर थाना के निवासी राकेश कुमार की पत्नी अनिता कुमारी, मेहुस गांव के विजय राम की पत्नी रोशनी कुमारी की मौत हुई।
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!