जानिए उत्तर भारत का तिरुपति कहां है और कैसे हो रहा है भव्य मंदिर का निर्माण
जानिए उत्तर भारत का तिरुपति कहां है और कैसे हो रहा है भव्य मंदिर का निर्माण
बरबीघा, शेखपुरा
शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड के सामस गांव में उत्तर भारत के तिरुपति विष्णु धाम समस का निर्माण कराया जा रहा है। यहां एक भव्य निर्माण मंदिर का निर्माण आकार ले रहा है। गुंबद के ढलाई का काम तेजी से किया जा रहा है। इसको लेकर लोगों में उत्साह है।
बरबीघा विष्णु धाम मंदिर को उत्तर भारत का तिरुपति भी कहा जाता है।
इस आशय की जानकारी देते हुए मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह, संरक्षक रवि रंजन उर्फ मुन्ना सिंह ने बताया कि यहां एक भव्य मंदिर के निर्माण का काम तेजी से कराया जा रहा है।
जन सहयोग से यह काम हो रहा है। इस मंदिर को दक्षिण भारत के स्थापत्य कला के रूप में आकार दिया जा रहा है। दक्षिण भारत के प्रख्यात वास्तुशिल्पी के देखरेख में इस मंदिर का निर्माण हो रहा है। गुंबद के निर्माण के लेकर ढलाई का काम शुरू कर दिया गया है।
पाल कालीन 11वीं सदी का भगवान विष्णु की आदमकद प्रतिमा
बता दें कि विष्णु धाम मंदिर में पाल कालीन 11वीं सदी का भगवान विष्णु की आदमकद प्रतिमा मौजूद है। यह प्रतिमा 5 जुलाई 1992 को गांव के तालाब के खुदाई के दौरान निकली थी और वहीं पर स्थापित कर एक लघु स्तरीय मंदिर का निर्माण किया गया था । जन आस्था की वजह से दूर दूर से लोग यहां कर पूजा अर्चना करते हैं। इसी मंदिर के निर्माण को लेकर आचार्य किशोर कुणाल ने सक्रिय दिखाई थी। बरबीघा एक समारोह में जब आचार्य किशोर कुणाल पहुंचे थे उसी दौरान इस मंदिर का दर्शन करने पर उन्होंने इसे उत्तर भारत के तिरुपति का नाम लिया था। उत्तर भारत का तिरुपति इसलिए भी कहा जाता है कि तिरुपति बालाजी में भगवान विष्णु के साढ़े छह फीट की प्रतिमा है जबकि यहां साढ़े सात फीट की भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित है।
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