समाधान यात्रा में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोगों का छलका दर्द
समाधान यात्रा में पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोगों का छलका दर्द
शेखपुरा
शेखपुरा सदर प्रखंड के महसार गांव में मुख्यमंत्री अपने समाधान यात्रा के क्रम में मंगलवार को निर्धारित समय से 2:15 घंटे विलंब से पहुंचे । अपने 28 मिनट के इस यात्रा में मुख्यमंत्री के विलंब से पहुंचने पर काफी व्यवधान हुआ। मुख्यमंत्री के लिए प्रदर्शित कई स्थानों पर मुख्यमंत्री गए। जीविका दीदी के द्वारा बनाए गए पुस्तकालय का उद्घाटन किया। आंगनबाड़ी के मॉडल केंद्र का भी निरीक्षण किया। कृषि विभाग के स्टाल का निरीक्षण कर वहां के उपस्थित किसानों से बातचीत की। यात्रा के क्रम में गांव के तालाब में मुख्यमंत्री के द्वारा मछली भी छोड़ा गया। मुख्यमंत्री के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा के साथ-साथ कई आला अधिकारी भी थे।
मुख्यमंत्री के उपस्थिति में छलक उठा दर्द
शेखपुरा जिला बिहार में वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के तहत प्याज के उत्पादक डिस्टिक में आता है। इस जिला का चयन प्याज के लिए किया गया है परंतु प्याज किसानों का दर्द पिछले कई दशकों से कम ही नहीं हो रहा।
मुख्यमंत्री के पहले यात्रा से लेकर लगातार जिला के यात्राओं में प्याज किसान अपना दर्द रखते हैं और आश्वासन भी मिलता है ऐसे में मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में बाउघाट निवासी छोटन महतो का दर्द छलक उठा। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि 30 लाख रुपया प्राइवेट से कर्ज है। प्याज के लिए मंडी खोल दीजिए। प्याज का भंडार बना दीजिए। हम लोगों का भला होगा। मुख्यमंत्री के इस यात्रा के दौरान सहारा इंडिया के लोगों ने भी अपना दर्द सुनाया और कहा कि सहारा का भुगतान नहीं 24 में मतदान नहीं।
इसी कड़ी में शेखपुरा पुलिस पर मोहम्मद नसर अरशद के द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने का आवेदन भी डीजेपी को दिया गया। बिहार के दूर-दूर से आए छात्रों ने अपना दर्द सुनाया और परीक्षा के बाद जॉइनिंग नहीं होने की शिकायत भी मुख्यमंत्री से की। मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में विलंब की वजह से उनके द्वारा किए जाने वाले पौधारोपण के कार्यक्रम के साथ-साथ कई कार्यक्रम स्थगित हो गए। मुख्यमंत्री के यात्रा में प्रेस दीर्घा में पत्रकार बैठे रह गए परंतु निर्धारित समय सारणी के अनुसार कार्यक्रम नहीं हुआ और मुख्यमंत्री पहले ही गाड़ी में बैठ कर चले गए और पत्रकार इंतजार करते रह गए। मुख्यमंत्री के इस यात्रा के दौरान बरबीघा में भी घंटों नेता और कार्यकर्ता इंतजार करते रह गए । परंतु मुख्यमंत्री का काफिला वहां नहीं रुका और लोग मायूस होकर अपने घर लौट गए। बाद में कुछ युवाओं के द्वारा वहां मुख्यमंत्री के वहां नहीं रुकने और श्री बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं करने को लेकर नारेबाजी भी की गई। इस पूरे समाधान यात्रा को लेकर समाजवादी नेता शिवकुमार ने इसे केवल आई वास और पैसे की बर्बादी बताया। इस पूरे यात्रा को लेकर जिलाधिकारी सावन कुमार पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा के साथ-साथ पूरे जिले के पुलिस और प्रशासन की टीम सक्रिय रही। सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। गांव के सभी गलियों को बैरिकेडिंग कर दिया गया था। बच्चों को भी आने की मनाही कर दी गई थी और दिन भर गांव के लोग फंसे रहे।
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