बिहार की बेटी बनेगी मिस यूनिवर्स, जानिए पूरी कहानी
बिहार की बेटी बनेगी मिस यूनिवर्स, जानिए पूरी कहानी
शेखपुरा
बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के नारों के बीच जहां कई लोग बेटियों के साथ आज भी दूसरे दर्जे का व्यवहार करते हैं तो कुछ माता-पिता ऐसे भी होते हैं जो बेटियों को बेटे से बढ़कर समझते हैं ।
पिता भाई और माता के साथ काजल चौधरी
बेटी भी माता-पिता का सम्मान बढ़ाने के साथ-साथ गांव और जिले का सम्मान भी बढ़ती है। ऐसी ही एक बेटी है काजल चौधरी, जिसने शेखपुरा जिला के साथ-साथ बिहार और भारत का मान बढ़ाने के लिए आगे बढ़ गई है।
काजल चौधरी का चयन मिस यूनिवर्स इंडिया के लिए बिहार की प्रतिभागी के रूप में किया गया है।
पिछले सप्ताह पटना में निफ्ट के द्वारा मिस यूनिवर्स इंडिया के लिए काजल चौधरी का चयन प्रतिभागी के रूप में कर लिया गया। यह खबर तेजी से वायरल हो गया ।
राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में सुर्खियां बनी। राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में काजल चौधरी की सराहना इसलिए भी हो रही है कि काजल चौधरी ने इस प्रतियोगिता में चयनित होने के लिए संकल्पित होकर अपना 30 किलो वजन घटा लिया।
काजल चौधरी राष्ट्रीय स्तर पर जब वायरल हुई तो उनके गांव में भी खुशी की लहर दौड़ गई।
काजल चौधरी शेखपुरा जिला के बरबीघा प्रखंड अंतर्गत केवटी पंचायत के डीह गांव की रहने वाली है।
काजल चौधरी के पिता विपिन चौधरी , पटना में जूता, चप्पल का कारोबारी हैं। कई सालों से पटना में रहकर काजल चौधरी की उन्होंने बेहतर ढंग से परवरिश की। माता कुमारी पुष्पा सिंहा ने बेटी का ताकत दी। हमेशा साथ खड़ी रही।
परिणाम सामने आया । बेटी ने जहां अपने माता-पिता, घर परिवार को खुशी दी । वहीं गांव और क्षेत्र में भी खुशी की लहर दौड़ गई।
काजल चौधरी के पिता विजय चौधरी ने मोबाइल पर संपर्क किए जाने पर बताया कि बेटा और बेटी में उन्होंने कभी फर्क नहीं किया।
पढ़ाई लिखाई और परवरिश में बेहतर रहने और बेटा बेटी में फर्क नहीं करने पर बेटी भी माता-पिता और घर परिवार का सम्मान बढ़ती है। काजल भी यही किया है।
उधर,
काजल के गांव में भी खुशी की लहर है। गांव के लोगों को ज्यादा कुछ समझ में नहीं आता परंतु गांव के लोग ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन बनने की ओर काजल चौधरी के बढ़ने की खबर को सुनकर काफी खुश है।
गांव की एक बेटी को इतने बड़े मुकाम पर पहुंचने की खुशी में गांव के लोग ईश्वर से मिस यूनिवर्स इंडिया खिताब काजल चौधरी के जीतने के लिए दुआ कर रहे हैं।
काजल के पिता विजय चौधरी ने बताया कि काजल ने पढ़ाई, लिखाई पटना में की है परंतु गांव से उनका संपर्क हमेशा रहा है।
गांव से आना जाना, गांव की गलियों में खेलना, काजल का लगातार हुआ है। इसलिए गांव के लोगों में भी काफी खुशी है।
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