बिहार को किसी भी हाल में बंधक नहीं बनने देंगे, बोले उपेंद्र कुशवाहा
बिहार को किसी भी हाल में बंधक नहीं बनने देंगे, बोले उपेंद्र कुशवाहा
विरासत बचाओ यात्रा का दूसरा दौर शुरू
शेखपुरा
शेखपुरा जिले के दौरे पर राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बुधवार की देर शाम पहुंचे । बुधवार की देर शाम बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के श्री कृष्ण चौक पर स्थापित बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण किया। यहां से फिर शेखपुरा के लिए वे निकले। यहां सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। रास्ते में जगह-जगह उत्साहित कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका अभिनंदन फूल मालाओं से किया गया। उनके काफिले में बड़ी संख्या में समर्थक और कार्यकर्ता शामिल हुए। पार्टी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र नाथ जिले में इसकी अगुवाई कर रहे थे।
इस अवसर पर बरबीघा विधानसभा के एनडीए के प्रत्याशी रहे उपेंद्र कुशवाहा के पुराने करीबी समाजवादी नेता शिवकुमार की भी भागीदारी देखने को मिली। बरबीघा में डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह की प्रतिमा के माल्यार्पण के अवसर पर वे मौजूद रहे और उपेंद्र कुशवाहा को अपना समर्थन दिया।
इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने स्पष्ट कहा कि बिहार को किसी भी हालात में बंधक बनाने नहीं दिया जाएगा। 2005 से पहले की जो जंगलराज की स्थिति थी उस स्थिति को फिर से वापस नहीं आने दिया जाएगा। इसी के लिए वह संघर्ष कर रहे हैं।
विरासत बचाओ नमन यात्रा का दूसरा दौर उन्होंने शेखपुरा से शुरू किया। वे अपने तय समय से काफी विलंब से शेखपुरा पहुंचे।
उन्होंने कहा कि विरासत बचाओ नमन यात्रा के माध्यम से वे आम लोगों से समर्थन मांग रहे हैं ताकि बिहार में 2005 से पहले की स्थिति में जाने से इस को बचाया जा सके। नीतीश कुमार इसी प्रयास में लगे हुए हैं। 2005 वाली स्थिति यहां लौट आए क्योंकि जो बिहार में उसी स्थिति के जिम्मेवार थे उसी के हाथ में बिहार की सत्ता सौंपने की तैयारी उन्होंने कर ली है।
नीतीश कुमार से अलग होने को लेकर भी इस मुद्दे पर उन्होंने सफाई दी और कहा कि इसी आशंका को देखते हुए उन्होंने नीतीश कुमार से अपने को अलग कर लिया और विरासत बचाओ यात्रा पर निकले हैं ताकि पुनः 2005 की स्थिति वापस नहीं आ सके।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी उन्होंने नीतीश कुमार को घेरा
हुए कहा कि पहले वे भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते थे और ईमानदारी पर मजबूती से बोलते थे परंतु अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर खामोशी रख लेते हैं। अथवा सफाई देने लगे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नीतीश कुमार से उनको कोई गुस्सा नहीं है बल्कि उनको दया आता है। उनकी स्थिति दयनीय हो गई है। उपेंद्र कुशवाहा के साथ पार्टी के नेता राहुल कुमार, प्रेम गुप्ता इत्यादि की भागीदारी रही।
वही शेखपुरा के पटेल चौक पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता हिमांशु पटेल पैर फिसल जाने की वजह से प्रतिमा स्थल पर गिर गए। इससे वह बेहोश हो गए। बेहोशी की हालत में उन्हें सदर अस्पताल लाया गया। जहां सिर में चोट लगने से उनका इलाज किया गया और पटना रेफर कर दिया गया।
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