BIG NEWS: मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस ने किया एक बड़ा खुलासा
BIG NEWS: मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस ने किया एक बड़ा खुलासा
NEWS DESK
बिहार में तमिलनाडु में बिहारी Bihari Majdoor मजदूरों के प्रताड़ना की झूठी खबर के बाद बड़ा बवाल हो गया है। Tamilnadu तमिलनाडु में फेंक खबर चलाकर बिहारी मजदूरों को भड़काने और विवाद खड़ा करने को लेकर राजनीतिक गतिविधियां जहां तेज है वही बिहार के यूट्यूवर मनीष कश्यप पर दो - दो प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। उसमें तमिलनाडु प्रकरण में झुठी खबर चलाने का आरोप मनीष कश्यप पर लगाया गया है। इसी मामले में मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर भी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। अब इस पूरे प्रकरण में बिहार पुलिस भी कूद पड़ी है।
मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है
बिहार पुलिस के द्वारा ट्विटर के माध्यम से एक जानकारी दी गई है जिसमें मनीष कश्यप के ट्विटर का स्क्रीनशॉट दिया गया है। उसने मनीष कश्यप की गिरफ्तारी की बात कही गई है।
तमिलनाडु में बिहार के कामकाजी लोगों के लिये असत्य/भ्रामक वीडियो प्रसारित करने के प्रकरण में अभियुक्त मनीष कश्यप के द्वारा नए twitter हैंडल पर अपनी गिरफ्तारी की फोटो पोस्ट की गई जो पूर्णतःअसत्य तथा भ्रामक है।
— Bihar Police (@bihar_police) March 12, 2023
इस भ्रामक पोस्ट के लिए पुनः प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।#BiharPolice pic.twitter.com/jvgFGeQpuy
बिहार पुलिस के द्वारा जो स्क्रीनशॉट ट्विटर पर अपलोड किया गया है उसमें मनीष कश्यप के हाथ में हथकड़ी है और लिखा है कि मुझे खुशी है कि मैं अपने बिहार वासियों के लिए जेल जा रहा हूं। कल रात्रि 8:00 बजे के करीब मुझे गिरफ्तार किया गया है। बिहार की जनता देख रही है। कैसे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जबरन दबाया जाता है। मैं ना रुका था, ना रुकूंगा, वापस आऊंगा, जल्द ही जय हिंद।
बिहार पुलिस के टि्वटर हैंडल से इस खबर का खंडन
इस स्क्रीन शॉट के साथ ट्विटर पर बिहार पुलिस के टि्वटर हैंडल से इस खबर का खंडन किया गया है। कहा गया है कि यह फेक न्यूज़ डाला गया है। कहीं गिरफ्तारी नहीं हुई है। बिहार पुलिस के द्वारा यह दावा किया गया है कि तमिलनाडु में बिहार के कामकाजी लोगों के लिए असत्य , भ्रामक वीडियो प्रसारित करने के प्रकरण में अभियुक्त मनीष कश्यप के द्वारा ट्विटर पर अपनी गिरफ्तारी की फोटो पोस्ट की गई जो पूर्णत: असत्य और भ्रामक है। इस भ्रामक पोस्ट के लिए पुनः प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
उधर, इस पूरे मामले में कई मीडिया में इंटरव्यू के दौरान मनीष कश्यप ने यह दावा किया कि अमर उजाला के द्वारा बहुत पहले ही तमिलनाडु में मजदूरों की पिटाई की खबर प्रकाशित की गई। उसके बाद कई नेताओं के द्वारा भी सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित किया गया। उनके बाद ही उनके द्वारा तमिलनाडु में मजदूरों के संबंधित खबर लगाए गए हैं। जिसमें मजदूरों की पिटाई की बात उन्होंने कहीं नहीं कही है। प्रायोजित तरीके से उनके विरुद्ध लगातार प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।
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