
खलिहान में रखे धान से निकल रहे पौधे, धान खरीद के आसार नहीं

शेखपुरा
दिल्ली में किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। इस आंदोलन का मुख्य मुद्दा सरकारी दर पर धान की खरीद सहित अन्य फसलों की खरीद को माना जा रहा है। एमएसपी पर अनाज की खरीद को लेकर भले ही आंदोलन हो रहे हो और सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है परंतु बिहार में सरकारी दर घोषित है । सब कुछ होते हुए भी धान की खरीद नहीं हो रही। स्थिति यह है कि खलिहान में रखे हुए धान के कई दिन हो जाने पर उसे पौधे निकल रहे हैं। इस संबंध में कई किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है ।
पैैक्सों के खाते में नहीं हुआ कैश क्रेडिट

इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी से मिली जानकारी में बताया गया है कि किसानों से धान खरीदने को लेकर प्रमंडल स्तरीय हुई बैठक में टारगेट दे दिया गया है। टारगेट देने के बाद 40000 क्विंटल धान खरीदने की बात हुई है परंतु धान खरीदने को लेकर टारगेट निर्धारित के साथ-साथ कैश क्रेडिट की सुविधा नहीं मिली है। पैक्स अध्यक्षों को पैसा नहीं दिए जाने से पैक्स अध्यक्ष धान की खरीद करने से हाथ खड़ा कर रहे हैं। किसान परेशान होकर अब व्यापारी को धान बेच रहे।
1888 रुपए ए ग्रेट के धान की कीमत
पैक्स के द्वारा धान खरीद में 1888 रुपए ए ग्रेट के धान की कीमत सरकार ने निर्धारित की है।1868 बी ग्रेड धान की कीमत निर्धारित की है। ऐसे में किसानों को धान पैक्स में बेचने से बड़ी राहत होती परंतु व्यापारी उसे 1200 में खरीद रहे। मजबूरी में किसान बेच रहे हैं। खेत में रखने के अवस्था में पौधे निकल रहे हैं। जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। उधर मौसम से किसानों की चिंताएं और बढ़ गई है। जिले भर में कई जगह किसानों के धान खुले में रखे हुए। उसे खरीदने के लिए व्यापारी की खुशामद करनी पड़ती है। जिले के मुरारपुर गांव में कई किसान चिंतित दिखाई दिए। उनके खेतों में पौधे निकल गए हैं। उनके द्वारा व्यापारियों को धान बेचा जा रहा है। पैक्स में धान की खरीद नहीं हो रही है।
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