Exclusive : साध्वियों साथ आश्रम के संत और शिष्य के द्वारा क्यों किए जा रहे हैं रेप : बड़ा खुलासा
न्यूज़ डेस्क / बिहार
शेखपुरा जिले के पटेल चौक पर तपस्यानंद नामक एक तथाकथित साधु को कुछ साध्वियों के द्वारा पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया । यह घटना गुरुवार को घटी। बाद में तपस्यानंद के मृतक होने और उसकी प्राथमिकी में साध्वियों के जेल जाने का मामला सामने आया । साथ ही तपस्यानंद पर नवादा के ककोलत के संत कुटी आश्रम में तीन साध्वियों के साथ अपने साथियों से मिलकर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप था इसी मामले में तपस्यानंद को जेल भेज दिया गया।
कई माह बाद दर्ज होते हैं दुष्कर्म के मामले
नवादा जिले के संत कुटी आश्रम में तीन साध्वियों के साथ 12 दिसंबर 2017 को सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप है। साथ ही साथ तपस्यानंद उर्फ श्याम चंद्र चौधरी की मां कमला बाई के द्वारा 30 नबंर 2017 को बस्ती जिला के थाना में अपने पुत्र और अपनी दो बेटियों के अपहरण और हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
दुष्कर्म के झूठे मामले का हो रहा खुलासा
दुष्कर्म किए जाने के मामले में झूठे खुलासे भी हो रहे हैं और कोर्ट में भी जानबूझकर दुष्कर्म के मामले में फंसाने की बात कही जा रही।
मामले में उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में कई दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज किए जाने और प्राथमिकी के फर्जी होने की बात भी सामने आ रही है।
दिल्ली, मुरादाबाद, बस्ती, नवादा में है आश्रम
दरअसल यह पूरा मामला स्वामी सच्चिदानंद के द्वारा दिल्ली, मुरादाबाद, बस्ती, नवादा सहित कई जगहों पर संचालित संत कुटी आश्रम पर कब्जे से जुड़ा हुआ भी है। स्वामी सच्चिदानंद के विरुद्ध शेखपुरा में हुए दुष्कर्म के मामले के एक आरोपी की बेटी के द्वारा पूर्व में ही दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। वहीं सच्चिदानंद समर्थित दो साध्वियों के द्वारा भी शेखपुरा में आरोपी दिल चंद पटेल सहित कुल आठ लोगों पर दुष्कर्म किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। यह प्राथमिकी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के पेंडा थाना में दर्ज कराई गई थी।
एक ही लोगों पर कई जगह दुष्कर्म के मामले दर्ज
जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि 25 मार्च 2018 को उनके साथ दुष्कर्म किया गया। यह प्राथमिकी कुछ माह बाद 15 जून 2018 को दर्ज कराई गई थी। इसमें कुल 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। जिसमें शेखपुरा में मुख्य अभियुक्त दिल चंद पटेल सहित जेल भेजे गए तपस्यानंद उर्फ श्याम चंद्र चौधरी, कल्पनाथ चौधरी, गिरजा शंकर चौधरी सहित आठ लोग शामिल थे। इसी मामले में पुलिस ने दोनों साध्वियों से पूछताछ करने पर मामले को झुठा घोषित कर दिया था। मामले में दोनों साध्वियों के द्वारा कोर्ट में दिए 164 के बयान में अपने गुरु स्वामी सच्चिदानंद पर झूठे दुष्कर्म का मुकदमा किए जाने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया गया था। इस पूरे मामले का खुलासा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थानीय एसपी आरिफ शेख ने की थी।–
रेप होने के कई माह बाद क्यों होते हैं रेप के एफआईआर?
नवादा के गोविंदपुर थाना में भी दिल चंद पटेल सहित अन्य को आरोपी बनाते हुए तीन साध्वियों के द्वारा दुष्कर्म किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसमें भी 1 जनवरी 2018 को दर्ज कराई गई प्राथमिकी में 12 दिसंबर 2017 को दुष्कर्म किए जाने का आरोप उपरोक्त सभी आरोपियों पर लगाया गया था। शेखपुरा महिला थाना में पीड़ित साध्वी कहती हैं कि दिल चंद पटेल और तपस्यानंद के द्वारा उनके गुरु सच्चिदानंद पर झूठे दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। साध्वी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के आश्रम पर तपस्या नंद बाबा के द्वारा कब्जा कर लिया गया है। वहां उसकी मां कमलाबाई और बहन का आधिपत्य है। नवादा के आश्रम पर भी यह कब्जा करना चाह रहा है।
पुलिस करेगी इसका बड़ा खुलासा
शेखपुरा के एसपी दयाशंकर कहते हैं कि इसके लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया है । जिसमें कई अधिकारियों को शामिल किया गया है और उनको उत्तर प्रदेश भेजा जाएगा और पूरे मामले को खंगाला जाएगा।
इस खबर को अपनों के बीच यहां से शेयर करें
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!