प्याज से बनेगा पेस्ट और खुशहाल होंगें किसान। डीएम की पहल पे ट्रेनिंग पूरी
अरियरी।
शेखपुरा के विकास के लिए हमेशा सजग रहने वाले जिले के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने जीविका समूह की दीदियों के प्रति पुनः अपना स्नेह दिखाया है।
जिला खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के अंतर्गत जिलाधिकारी ने अरियरी प्रखंड के चांदी गांव के खनन से प्रभावित क्षेत्र की जीविका से जुड़ी महिलाओं को प्याज की खेती करने के बाद उसके पेस्ट और पाउडर बनाने हेतु एक प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने की दिशा में एक बेहद सराहनीय कदम उठाया है।
इस कड़ी के पहले चरण में अरियरी प्रखंड अंतर्गत चांदी गांव के जीविका समूह से जुड़ी कुल 50 दीदियों का आज पांच दिवसीय प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र में संपन्न किया गया।
प्याज प्रसंस्करण के इस 5 दिवसीय प्रशिक्षण समापन के मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ विनय कुमार मंडल ने बताया कि आज हमारे देश में लगभग 30% सब्जियां उचित रख रखाव एवं प्रसंस्करण के अभाव में बर्बाद हो जाती हैं। अगर प्रसंस्करण की उचित व्यवस्था कर दी जाए तो यह बर्बादी रुक सकती है एवं हमारे किसान के जेब में कुछ पैसे ज्यादा जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि शेखपुरा जिला प्याज की अच्छी खेती करता है परंतु भंडारण एवं बाजार की बहुत अच्छी व्यवस्था ना होने के कारण बहुत सारा प्याज बर्बाद हो जाता है। अगर प्याज को प्रसंस्कृत करके इसका चूर्ण, फ्लेक्स एवं पेस्ट बनाया जाए तो यह बर्बादी भी रुक सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्याज का समय पर प्रसंस्करण कर दिया जाए तो जिस समय प्याज बाजार में कम उपलब्ध होने के कारण महंगा हो जाता है उस समय प्रसंस्कृत प्याज का उपयोग किया जा सकता है।
इस अवसर पर जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनीशा ने सभी दीदियों के समक्ष जिलाधिकारी महोदय के इस स्नेह भरे मदद का आभार प्रकट किया और दीदियों को इस यूनिट को जल्द से जल्द शुरुआत करने के लिए हर संभव मदद करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी महोदय के इस कल्याणकारी प्रयास से शेखपुरा जिले में जीविकोपार्जन के क्षेत्र में एक नई कड़ी जुड़ने जा रही है।
प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ विनय कुमार मंडल एवं गृह विज्ञान विषय की प्रोफेसर संगीता कुमारी के नेतृत्व में इस 5 दिवसीय ओनियन प्रोसेसिंग ट्रेनिंग का समापन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली सभी 50 दीदियों को प्रमाण पत्र वितरित कर किया गया।
प्रोफेसर संगीता कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली सभी दीदियों में प्याज के प्रसंस्करण इकाई की शुरुआत करने को लेकर काफी उत्साह है। पूरे प्रशिक्षण में उनकी सजगता इस बात का प्रमाण है।
इस मौके पर जीविका के प्रबंधक रोजगार आनंद शंकर एवं प्रखंड परियोजना प्रबंधक आजाद कुमार भी उपस्थित थे।
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