हल्ला ला: गरीब को सरकारी जमीन का बासगीत पर्चा बनाकर बेच दिया
हल्ला ला: गरीब को सरकारी जमीन का बासगीत पर्चा बनाकर बेच दिया
अरियरी, शेखपुरा
फर्जीवाड़े के कई तरीके होते हैं लोग अपने अपने तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं परंतु एक अजीब तरह का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां गरीब लोगों को सरकारी जमीन का बासगीत पर्चा फर्जी बनाकर बेच दिया गया। इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज हो गई है परंतु अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह पूरा मामला अरियरी प्रखंड के बरसा गांव के गरीबन टोलाा से जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए अपनी जमीन जरूरी
दरअसल यह पूरा मामला प्रधानमंत्री आवास बनाने को लेकर है। प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए अपनी जमीन जरूरी है। इसी को लेकर गांव के मिलन मांझी को अपना जमीन नहीं था तो गांव के ही उपेंद्र सिंह के पुत्र राजेश कुमार से संपर्क किया गया। राजेश कुमार पहले भी गरीबों को सरकारी जमीन का पर्चा उपलब्ध करा दिया है। मिशन मांझी ने ₹6000 दिए और उसे सरकारी जमीन का फर्जी पर्चा बनाकर दे दिया गया । मिशन मांझी के प्रधानमंत्री आवास बनाने का रास्ता साफ हो गया। पैसे भी खाता में आ गया । जब मिशन मांझी घर बनाने लगा तो गांव के लोगों ने रोक दिया। इसे गैरकानूनी बताया। उसने सीओ से संपर्क किया तो अंचलाधिकारी ने भी पर्चा को फर्जी पाया। वहीं जिलाधिकारी सावन कुमार के संज्ञान में भी यह बात गई तो उन्होंने इस में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया। इसके आलोक में कसार ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराकर ₹6000 में फर्जी पर्चा बेचने का मामला दर्ज करा दिया गया। इसमें उपेंद्र सिंह के पुत्र राजेश को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। फर्जी बासगीत पर्चा बेचने का यह मामला है।
क्या होता है बासगीत का परिचय
बासगीत का पर्चा ऐसे गरीब लोगों को सरकार के द्वारा जारी किया जाता है इनके पास जमीन नहीं होता है। जमीन नहीं होने पर 3 डिसमिल जमीन का पर्चा सरकार के द्वारा जारी कर जमीन उसके नाम कर दिया जाता है। जिलाधिकारी को यह अधिकार होता है । इसके लिए समय-समय पर अभियान भी चलते हैं । इसी मामले में फर्जी अंचलाधिकारी के नाम से पर्चा बनाकर ₹6000 में बेच लिया गया।
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