
नीति आयोग की पहल से सरकारी स्कूलों का हो रहा जबरदस्त कायाकल्प

शेखपुरा।
केंद्र सरकार के नीति आयोग के द्वारा शेखपुरा जिला को पिछड़ा आकांक्षी जिला में शामिल किया गया है और इसको लेकर शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव की पहल हो रही है।
इसी पहल में पीरामल फाउंडेशन के माध्यम से सरकारी स्कूलों में बाल संसद, मीना मंच का गठन कर उसे सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा। साथ ही पुस्तकालय खोलने से लेकर दीवारों पर पेंटिंग इत्यादि के माध्यम से पढ़ाई की तैयारी चल रही है।
सामुदायिक बाल सभा
नीति आयोग के ऐसी पहल को लेकर शनिवार को प्रखण्ड के मध्य विद्यालय देवले में सामुदायिक बाल सभा का आयोजन किया गया। इस बाल सभा में बच्चों के साथ साथ ग्रामीण भी शामिल हुए। सभा में 350 लोग मौजूद थे। सभा की शुरुआत बच्चों द्वारा किया बाल गीत से हुआ उसके बाद बच्चों ने प्लास्टिक बन्द पर एक नुक्कड़ नाटक ग्रामीणों के सामने प्रस्तुत किया। इसके बाद बाल संसद के सभी सदस्यों द्वारा बाल सभा का आयोजन किया गया जिसमें बाल संसद की प्रधानमंत्री ने सलोनी कुमारी ने अगुवाई की।
बाल विवाह पे नुक्कड़ नाटक
विद्यालय के बच्चों ने सभी मंत्रियों से सवाल पूछे जिसका जवाब उन्होंने बखूबी दिया। बाल सभा के अंतिम चरण में बच्चों ने एक और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया जो बाल विवाह पर आधारित था। ग्रामीणों ने इस बाल सभा को काफी सराहा और अंत में सभी ने विद्यालय में पुस्तकालय के लिए अपनी तरफ से सहयोग राशि दिया।
पुस्तकालय के लिए चंदा

इसके बाद बाल संसद के सभी सदस्य दो ग्रुप में बंट कर घर घर जा कर पुस्तकालय के सहयोग राशि दी जो कुल मिलाकर 4333 रुपए इकठ्ठा हुए।ग्रामीणों द्वारा इस सहयोग से बच्चे काफी खुश दिखे।
इस बाल सभा के आयोजन में विद्यालय के प्रधानध्यापक,सभी शिक्षक और पिरामल फाउंडेशन की टीम जिसमें अंकित कुमारी, आनन्द राज, हेमंत कुमार, मोहम्मद नईम, जितेंद्र लच्छीरेडी, और लखविंदर कुमार के अगुवाई में सम्पन्न हुई।
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