• Saturday, 23 November 2024
ब्रिटिश काल सिक्का खींचता है चावल, और Rice Puller बता ठग लिए 60 लाख

ब्रिटिश काल सिक्का खींचता है चावल, और Rice Puller बता ठग लिए 60 लाख

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ब्रिटिश काल सिक्का खींचता है चावल, और Rice Puller बता ठग लिए 60 लाख 

 

बरबीघा, शेखपुरा: 

 

 

एक दशक से राइस पुलर Rice Puller के नाम पर देश भर में लोगों को अपना शिकार बना रहे ठग गिरोह ने इस बार बरबीघा में अपना जाल बिछाया और 60 लाख रुपए की ठगी कर ली। यह मामला बीते वर्ष मार्च महीने का है। मामले को लेकर शिवपुरी मोहल्ला निवासी राजेश कुमार के द्वारा बरबीघा थाने में अब इस ठगी की प्राथमिकी कराई गई है।

 

 

बरबीघा थानाध्यक्ष ने बताया कि एफआईआर में उन्होंने बताया है कि सर्वा गांव निवासी गोपाल कुमार के द्वारा उन्हें जानकारी दी गई की गया मानपुर के इटवान थाना क्षेत्र के इरकी गांव निवासी अशोक साव के पास एक ब्रिटिश कालीन सिक्का है।जो चावल को अपनी ओर खींचता है।अमेरिका के एक कंपनी ने इसे महंगे दामों में खरीदने का प्रस्ताव दिया है लेकिन उसके पूर्व इसकी जांच कराने की शर्त रखी है।

 

जांच के नाम पर मांगे पैसे, घर गाड़ी गिरवी रखा

जांच में मोटी रकम खर्च होंगे। जो अशोक साव के पास नहीं है। अगर कोई रुपया लगाएगा तो सिक्का बिकने के बाद उन्हें 5 गुणा रुपया वापस मिलेगा।जिसके बाद पीड़ित ने उनसे मिलने की इच्छा प्रकट की तो अशोक साव ने झारखंड के बरही में मीटिंग करने की बात रखी जहां पीड़ित और गोपाल कुमार पहुंचे। फिर उनकी मुलाकात गोपाल के एक अन्य मित्र औरंगाबाद निवासी कमलेश शर्मा से हुई । उनके साथ दो लोग और थे। उन्होंने अपना परिचय योगेश प्रताप सिंह एवं देवेंद्र कुमार के रूप में दिया । 

 

 

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उन्होंने कहा कि वह दी एंटीक मेटल कॉरपोरेशन, नई दिल्ली एवं सेंट्रल मार्केट नोएडा में कार्यरत हैं। फिर सभी लोग बरही में एक गांव में पहुंचे जहां एक घर में लकड़ी एवं कांच के डब्बे में एक केमिकल में इस सिक्के को रखा गया था।उसे दिखाते हुए उन दोनों कंपनी के लोगों ने इसकी जांच प्रक्रिया में 36 लाख रुपए की खर्च की बात कही गई। तब पीड़ित ने उन्हें बरबीघा आने को कहा।

खाता में पैसा लेने से किया इंकार, नगद में भुगतान

पीड़ित ने बीते वर्ष मार्च महीने में उन्हें अकाउंट में पैसे देने की बात कही तो उन्होंने जीएसटी का हवाला देते हुए खाते में पैसे लेने से इनकार कर दिया और नगद देने को कहा। फिर पीड़ित ने अपना शहरी घर गिरवी रखकर उन्हें 36 लाख रुपए सिक्के की जांच के नाम पर दे दिए।

 

चार माह बाद सिक्का गर्म होने का बहाना बनाकर जांच असफल होने की बात कही और फिर से रुपए की मांग की तो वह कैथमा गांव निवासी अंजनी कुमार से मदद ली और अपनी गाड़ी पर लोन एवं अन्य रिश्तेदारों से कर्ज लेकर उन्होंने भी बीते वर्ष जुलाई महीने में गिरोह के लोगों को 24 लाख रुपए दे दिए।

 

 

 लेकिन फिर उन्होंने सिक्का काला होकर गर्म होने की बात कही और बहाना बनाकर उन्हें जाने को कहा। फिर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने छानबीन में पाया कि राइस पुलर के नाम पर देशभर में कई ठगी के मामले सामने आए हैं। इसके बाद उन्होंने बरबीघा थाने मामला दर्ज कराया। प्रभारी थाना अध्यक्ष शंकर कुमार ने बताया कि प्राथमिकी की गई है मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

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