विश्व गौरैया दिवस: घर आंगन में चहकने वाली गौरैया क्यों हो गई बिलुप्त, इसे बचाने के लिए कहां हो रहा प्रयास
विश्व गौरैया दिवस: घर आंगन में चहकने वाली गौरैया क्यों हो गई बिलुप्त, इसे बचाने के लिए कहां हो रहा प्रयास
न्यूज डेस्क
घर आंगन में चहकने वाली गौरैया इन दिनों लुप्ति के कगार पर है। गौरैया पंछी को संरक्षित करने के लिए अलग अलग तरीके से लोग पहल कर रहे हैं । कई शहरी इलाकों में इस की जनसंख्या में भारी गिरावट आई है तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई जगह इसका असर देखा गया है।
गौरैया को संरक्षित करने के पहल भी कई लोग कर रहे हैं। सामाजिक लोगों के आगे आने से गौरैया बचाओ मुहिम भी चलाए जा रहे हैं फिर भी गौरैया के लुप्त होने से घर आंगन में चहकने वाली एक पंछी के लुप्त होने का खतरा बढ़ गया है।
20 मार्च को है विश्व गौरैया दिवस
घर आंगन में चहकने वाली पंछी गौरैया को बचाने और लोगों को उसके प्रति जागरूक करने के लिए 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है। विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर गौरैया को संरक्षित करने के लिए कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं और प्रदर्शनी भी लगाई जाती है।
क्यों लुप्त हो रही है गौरैया
गौरैया पंछी बिलुप्ति के कगार पर है। एक रिसर्च की मानें तो 60% गोरैया लुप्त हो चुकी है। 40% गोरैया ही बची हुई है। एक रिसर्च के अनुसार गोरैया के लुप्ति का एक बड़ा कारण मोबाइल के टावर से निकलने वाला इलेक्ट्रोमैग्नेटिक किरणें हैं। मोबाइल फोन और ध्वनि प्रदूषण भी इसका बड़ा कारक सिद्ध हुआ है और इनसे निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक किरणें गौरैया जैसे पंछियों के प्रजनन क्षमता को खत्म कर दे रहा है जिससे गोरैया लुप्ति के कगार पर है। साथ ही साथ कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग से इसका भी कुप्रभाव पंछियों पर देखा जा रहा है।
पटना के सरकारी पदाधिकारी कर रहे हैं पहल
पटना के सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी पीआईबी के असिस्टेंट डायरेक्टर संजय कुमार गौरैया को बचाने की पहल लगातार कर रहे हैं । उनके द्वारा लोगों को जागरूक किया जाता है। अपने घरों में गौरैया का आश्रय भी उनके द्वारा बनाया गया है और दाना-पानी भी दिया जाता है। समय-समय पर उनके आलेख और वीडियो लोगों को जागरूक भी करते है। उनके द्वारा प्रदर्शनी भी गौरैया को बचाने के लिए लगाए जाते हैं।
#विश्व_गौरैया_दिवस
भारत के #बर्ड_मैन सालिम मुईनुद्दीन अब्दुल अली ने सबसे पहले पीले गले वाली #गौरैया की खोज की थी। पिछले दिनों ग़रही डैम के पास बिहार के #बर्ड_मैन Arvind Mishra जी ने तस्वीर खिंची।आज विश्व गौरैया दिवस पर आप देखें और गौरैया के संरक्षण का संकल्प लें। pic.twitter.com/A6tISeeU68— Sanjay kumar (@sanjaykumar_iis) March 20, 2022
#ग़ौरैया शाकाहारी होती है। लेकिन अपने बच्चे को कीड़ा-मकोड़ा खिलाती है ताकि उसे प्रोटीन मिले।बच्चे के लिए आहार कीट) लायी #गौरैया (माँ)।१५.३.२२#दाना_पानी_बॉक्स_थोड़ा_सा_प्यार_यही_है_हमारी_मांग#हमारी_गौरैया_सबकी_गौरैया #save_sparro pic.twitter.com/KzkcSe48LY
— Sanjay kumar (@sanjaykumar_iis) March 16, 2022
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