अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के झूठे सम्मान का सच आया सामने
न्यूज़ डेस्क
अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर महिलाओं के प्रति सम्मान का दिखावा हम सब ने किया। वस्तुस्थिति उससे इतर है । महिलाओं के प्रति आज भी पुरुष सत्तात्मक समाज में दूसरे दर्जे का व्यवहार किया जाता है। उसकी बानगी यह तस्वीर है । एक समारोह में अधिकारी महोदय कुर्सी पर बैठे रहे और जिनके लिए समारोह था उन महिलाओं को जमीन पर बिठा कर रखा।
वहीं कांग्रेस के नेता तारिक अनवर अपने गांव में वृद्ध महिलाओं को जमीन पर बैठा कर रखा और ₹200 ऐसे बांटे जैसे कुछ बड़ा एहसान कर रहे हैं। इसका वीडियो भी बनाया ।
बस महिलाओं के प्रति दिखावटी सम्मान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भी सामने आता है । वस्तुस्थिति यह भी है कि आज भी महिला यदि समाज की बेड़ियों को तोड़कर आगे बढ़ना चाहती है तो हम उसे आगे बढ़ने नहीं देना चाहते। उसे अपमानित करते हैं। उसे जलील करते हैं। हर संभव प्रयास कर उसे तोड़ना चाहते हैं। इन परेशानियों के बीच साहसी महिलाएं आज भी संघर्ष कर आगे बढ़ रही है यह उनका अपना साहस है।
शेखपुरा में दिखा महिला दिवस पर अलग नजारा
शेखपुरा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न जगहों पर समारोह का आयोजन किया गया। इसी के तहत जिले के बरबीघा प्रखंड में जीविका के द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । जहां जीविका से जुड़ी महिलाओं का सम्मान किया जाना था। परंतु आलम यह था कि प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित कई पदाधिकारी कुर्सी पर बैठे थे और जिन महिलाओं का सम्मान होना था उनको जमीन पर बैठाया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बूढ़ी महिलाओं को ₹200
घाटकुसुंभा प्रखंड के आलापुर गांव में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर वहां के पंचायत के मुखिया के पुत्र मोहम्मद सिद्धकी और कथित रूप से कांग्रेस के प्रदेश महासचिव तारिक अनवर के द्वारा बूढ़ी महिलाओं को जमीन पर बैठाया गया और उनको ₹200 दिए गए। कई महिलाओं को ₹200 वितरित किए गए। इसका वीडियो भी बनाया गया। महिलाओं के प्रति सम्मान का यह कम और पुरुषवादी सत्ता का अधिक परिचायक है।
(वरिष्ठ पत्रकार अरुण साथी के ब्लॉग से साभार)
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