शराब कारोबार और साइबर ठगी में लगे बच्चों को सुधारने की मुहिम
शेखपुरा
बाल संरक्षण के लिए त्रिवर्षीय कार्ययोजन की दो दिवसीय कार्यशाला में साइबर क्राइम,बाल मजदूरी, बाल यौन हिंसा,बाल बिबाह की रोकथाम पर बल दिया गया।कार्यशाला जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में आयोजित की गई। कार्यशाला के दूसरे दिन जिला बाल संरक्षण इकाई एबम सुरक्षित स्थान ,किशोर न्याय परिषद एबम श्रम विभाग के कर्मियों के द्वारा जिले में बाल संरक्षण के लिए कई तरह के सुझाव दिए गए जिसे यूनिसेफ एबम प्रेक्सी संस्था के प्रतिनिधियों ने गंभीरता से लिया एबम कार्य योजना में शामिल किया।
इस संबंध में जिला बाल संरक्षण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि शेखोपुर सराय के इलाके में कम उम्र के बच्चे साइबर क्राइम की ओर अग्रसर हो रहे है तथा शेखपुरा ,कोरमा,बरबीघा थाना क्षेत्र में बच्चे काफी संख्या में शराब निर्माण एबम बिक्री में लगे है जिसके रोकथम के लिए कार्य योजना बनाने पर सुझाव दिया गया।इसी तरह यौन हिंसा के शिकार बच्चों के पुनर्वास पर भी चर्चा किया गया।इसी क्रम में शेखपुरा तथा बरबीघा थाना का भी यूनिसेफ की प्रतिनिधि गार्गी साहा, शाहिद जावेद, आरक्षी उपाधीक्षक ए के द्विवेदी ,डी सी पी यू शोसल मेम्बर श्रीनिवास एबम एल पी ओ चंदन कुमार के द्वारा भ्रमण कर चाइल्ड फ्रेंडली कक्ष के लिए स्थल चिन्हित किया गया।
इस संबंध में यूनिसेफ प्रतिनिधि शहीद जावेद ने बताया कि दो सप्ताह के अंदर चाइल्ड फ्रेंडली थाना बनाने का आश्वासन आरक्षी उपाधीक्षक मुख्यालय सह नोडल आफिसर बिशेष किशोर पुलिस इकाई से प्राप्त हुआ है।कार्यशाला में सुझाये गए प्रस्तावों को संकलित कर जिला प्रसाशन के समक्ष अगले माह प्रस्तुत किया जाएगा ।अनुमोदन के उपरांत उसे राज्य सरकार के समक्ष रखा जाएगा राज्य सरकार एबम यूनिसेफ से स्वीकृति मिलते ही जिले में बाल संरक्षण के लिए बनाई गई कार्य योजना पर कार्य प्रारंभ कर दी जाएगी।
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