ईमानदार स्वास्थ्य कर्मी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या में क्या है धमकी भरी चिट्ठी का राज
शेखपुरा
शेखपुरा जिले के स्टेशन रोड में रहने वाले कटारी गांव निवासी 55 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी अनिल सिंह की सोमवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को शेखपुरा लखीसराय सीमा पर सिरारी रेलवे क्रॉसिंग के पार करते ही अंजाम दिया गया था। इसमें तीन युवक लाल रंग के हीरो कंपनी के बाइक पर सवार थे और दिनदहाड़े रेलवे क्रॉसिंग पार करते ही अनिल सिंह के सर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। और शेखपुरा की ओर लौट गए। उनके हत्या के राज पर अभी पुलिस दुश्मनी साधने की बात कहकर बयान जारी कर रही है। जबकि धमकी भरे पत्र नक्सलियों के द्वारा आने की बात भी सामने आ गई है।
नक्सलियों के पत्र में जान मारने की धमकी
अनिल सिंह को उनके सिविल सर्जन कार्यालय के पते पर एक पत्र भेजा गया। यह पत्र रमेश शाह शिक्षक कॉलोनी अगम कुआं पटना से भेजा गया। इसमें नक्सली के द्वारा धमकी दिया गया। जिसमें कहा गया कि आगाह किया जाता है कि कामरेड सुमन कुमारी से इंसाफ करें अन्यथा आप अपनी अंतिम यात्रा की तैयारी कर ले। सुपुर्द ए खाक कर दिया जाएगा। भेजने वाला सुखलाल पासवान एरिया कमांडर वैशाली अपना पता लिखा है।
नक्सली मामले के जानकार बताते हैं कि नक्सलियों के द्वारा हैंडराइटिंग इस तरह का उपयोग नहीं किया जाता है। ना ही इस तरह से साफ-साफ पत्र भेजा जाता है। वैशाली का पता भी फर्जी तरीके से दिया गया है और एक महिला से इंसाफ की बात फर्जी सामने आ रही है। कुल मिलाकर नक्सलियों के नाम पर जान मारने की धमकी फर्जी तौर पर देने की बात प्रथम दृष्टया सामने आ रही है। हालांकि पुलिस नक्सलियों के ऊपर भी काम कर रही है।
ईमानदार छवि हत्या का कारण तो नहीं
उधर लखीसराय के मीडिया कर्मी पुरुषोत्तम कुमार इस मामले में अनिल सिंह की हत्या के पीछे उनके ईमानदार छवि का होना मुख्य बिंदु मान रहे हैं । उनकी मानें तो सुर्यगढ़ा की एक महिला स्वास्थ्य कर्मी के द्वारा अपने पति की हत्या करा दी गई थी। इसी मामले में उसकी फाइल सिविल सर्जन कार्यालय में नौकरी से बर्खास्त करने को लेकर पहुंची। अनिल सिंह के द्वारा ही इस तरह के फाइल को ऑपरेट किया जाता था। नियोजन पर काम करने वाले आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों के फाइल इन के पास पहुंची जिस पर नौकरी का खतरा था। इसमें हलसी के एक डॉक्टर की भी फाइल थी जो शराब के मामले में जेल गया था और कार्रवाई उस पर नहीं की गई थी । पुरुषोत्तम कुमार की मानें तो महिला स्वास्थ्य कर्मी जब अपने पति की हत्या कर सकती है तो नौकरी जाने पर अनिल सिंह को भी टारगेट में ले सकती है। हालांकि लखीसराय के एसपी दुश्मनी की बात बताते हुए विभिन्न एंग्लो पर काम करने की बात कह रहे हैं। वैसे शेखपुरा जिला में उनका कोई दुश्मन नहीं होने के बाद परिवार के लोग बता रहे हैं। वह सामाजिक और साफ-सुथरे व्यक्ति थे। इस वजह से उनको किसी से दुश्मनी होने की बात सामने नहीं आ रही है। परंतु यह भी बात सामने आ रही है कि लखीसराय सिविल सर्जन कार्यालय में तैनात थे और इमानदार छवि और कड़क स्वभाव को लेकर कई लोगों को अपना दुश्मन बना लिया था।
सिरारी पुलिस होती अलर्ट तो पकड़े जाते अपराधी
इस हत्याकांड को शेखपुरा जिले के सिरारी ओपी पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर अंजाम दिया गया । हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अपराधी सिरारी ओ पी के तरफ ही लौट गए । गोली चलने की आवाज निश्चित रूप से पुलिस को सुनाई दी होगी परंतु पुलिस इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। स्थानीय स्तर पर इस बात की भी चर्चा है कि पुलिस सर्तक रहती तो अपराधी को पकड़ा जा सकता था।
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