जागरूकता। बाल विवाह और दहेज पे हो रहा है नुक्कड़ नाटक…
घाटकुसुम्भा/चेवाड़ा
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के द्वारा प्रचार रथ एवं नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन आज चेवाड़ा प्रखंड एवं घाटकुसुम्भा प्रखंड मुख्यालय में किया गया। दोनों स्थलों पर कला जत्था के कलाकारों के द्वारा बाल-विवाह दहेज उन्मूलन, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना आदि कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दर्शकों को गीत-संगीत एवं नाटक के माध्यम से दी गई।
बिहार सरकार का लक्ष्य है कि समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे नागरिकों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुये उन्हें अच्छादित करना है। बाल-विवाह को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया गया कि सुलेखा की शादी 13 वर्ष की उम्र में उसके माता-पिता के द्वारा करा दी गई, इस शादी का विरोध उसके साथियों के द्वारा किया गया लेकिन उसके माता-पिता ने जबरदस्ती बाल-विवाह करा दिये, शादी के एक साल के वाद सुलेखा को एक बच्ची हुई जो डाॅक्टरों के प्रयास से बचा ली गयी लेकिन सुलेखा नहीं बच पायी।
उसके मरने के बाद घर में कोहराम मच गया। उसके पिता विनोद ने बताया कि हमारे जैसा कार्य आपलोग नहीं किजियेगा मैंने वाल-विवाह कर अपनी बेटी सुलेखा को खो दिया। किसी भी घर में मेरे जैसा घटना नहीं घटना चाहिए।
दर्शकों ने इसे गंभीरता से सुना और समझा और संकल्प लिया कि बाल-विवाह अपने बच्चों को नहीं करायेंगे। प्रचार रथ के द्वारा सरकार के सैकड़ों कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आॅडियों-विडियों के द्वारा दिखाया गया जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा।
इस अवसर पर सत्येन्द्र प्रसाद, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी शेखपुरा ने दर्शकों को बाल-विवाह और दहेज प्रथा के कानूनी पक्षों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बाल-विवाह एवं दहेज लेने पर माता-पिता एवं पंडित जी भी जेल की हवा खाएॅेगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के बारे में विस्तार से लोगों को अवगत करायें। यह योजना राज्य सरकार के द्वारा चलायी जा रही है जिसमें बालिकाओं के स्वास्थ्य शिक्षा एवं स्वावलम्बन पर आधारित है। इसका मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रण हत्या को रोकना, कन्याओं के जन्म, निबंधन एवं सम्पूर्ण टीकाकरण को प्रोत्साहित करना, लिंग अनुपात में वृद्धि लाना, बालिका मृत्यू दर को कम करना, बाल-विवाह को रोकना आदि।
यह योजना राज्य के सभी बेटियों पर लागू होता है। 15 अप्रैल 2017 से सभी बेटियों को इस योजना से अच्छादित करना है। कन्या की जन्म लेने पर 2 हजार रूपया, कन्या के 1 वर्ष होने पर 1 हजार रूपया 2 वर्ष होने पर 2ह जार रूपया प्रथम कक्षा से 12 वीं कक्षा से पोशाक की योजना योजना की राशि दी जाती है। इन्टर करने पर 10 हजार रूपये एवं स्नातक करने पर 25 हजार रूपये कुल 60 हजार रूपये की राशि बिहार सरकार के द्वारा प्रदान की जाती है। इसके लिए सभी आॅगनवाड़ी केंद्रों पर आवेदन सुलभ करा दी गई है। आवेदन प्राप्त कर अपने क्षेत्र के सेविका के पास जमा कर पावती प्राप्त किया जा सकता है। चेवाड़ा प्रखंड में स्थानीय अंचलाधिकारी, प्रखंड प्रमुख जितेन्द्र कुमार, लहना के मुख्यिा धमेंद्र महतो, छठियारा पंचायत के मुख्यिा ब्रहमदेव महतो के साथ-साथ सैकड़ों स्थानीय नागरिक उपस्थित थें। कल यह कार्यक्रम बरबीघा एवं शेखोपुर प्रखंड मुख्यालय में आयोजित किया जायेगा।
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