बरबीघा नगर परिषद का तुगलकी फरमान: फुटपाथी दुकानदार बोले हुजूर बचाईए जान
बरबीघा, शेखपुरा
शेखपुरा जिले के बरबीघा नगर परिषद पिछले कई महीनों से विवादों में रहा है। इसी तरह का एक विवाद फिर सामने आ गया है। वह विवाद तब सामने आया जब फुटपाथ के दुकानदार हाथ जोड़कर जिलाधिकारी से गुहार लगाने के लिए पहुंचे । सभी दुकानदार जिलाधिकारी से इस तुगलकी फरमान से मुक्ति दिलाने की मांग कर रहे थे।
दरअसल फुटपाथ पर रहने वाले दुकानदार को नगर परिषद ने थाना की दीवाल से सटे ऊपर में करकट लगाकर चिन्हित जगह दे दिया। दुकानदारों ने बताया कि अब नगर परिषद के द्वारा उसी छोटी सी फुटपाथ ही दुकान के लिए ₹21000 पगड़ी मांगा जा रहा है और ₹600 प्रत्येक महीने के हिसाब से 1 साल का किराया भी एडवांस मांगा जा रहा है । वहां कोई नाई का दुकान चलाता है तो कोई फुटपाथ पर चाय बेचता है। कोई फूल बेचकर गुजारा करता है।
कमाई ₹100 से ₹200
दुकानदारों ने बताया कि उन लोगों की प्रत्येक दिन की कमाई ₹100 से ₹200 होती है । जिससे उन लोगों का घर परिवार चलता है वैसे में नगर परिषद के इस फरमान से हुए लोग काफी दुखी हैं और कभी भी रोड पर आ सकते हैं। दुकानदारों ने बताया कि नगर परिषद के द्वारा ₹30000 की डिमांड एक साथ कर दी गई है जो उन लोगों से पूरा नहीं हो सकता। अब नगर परिषद बरबीघा के इस तुगलकी फरमान से फुटपाथ दुकानदारों को कौन बचाएगा यह तो भविष्य में ही तय होगा परंतु नगर परिषद के द्वारा जनहित के अनदेखी कर इस तरह के फैसले लगातार लिए जाते रहे हैं। गुहार लगाने वालों में अरुण प्रसाद, भूषण प्रसाद, गणेश प्रसाद, राहुल कुमार, भागीरथ, जदू इत्यादि शामिल है।
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