कैसा विकास!! पूरे पंचायत में नहीं है मध्य विधायल, उठी मांग
घाटकुसुंभा
शेखपुरा जिले के घाटकुसुंभा का पानापुर पंचायत जिले के सबसे उपेक्षित पंचायत माना जाता है। स्थिति यह है कि इस पंचायत में एक भी मध्य विद्यालय नहीं है। पंचायत के बच्चों को। प्राथमिकी पास करने के बाद ही पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। दूसरे गांव में जाने के लिए सड़क मार्ग भी नहीं है। इसलिए गांव के बच्चे मध्य विद्यालय की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। इसी को लेकर रालो सपा पार्टी के नेताओं ने डीएम से मिलकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उनके द्वारा मध्य विद्यालय खोलने की मांग की गई है।
इस संबंध में रालोसपा के जिला अध्यक्ष, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ पप्पू राज और घाटकुसुम्भा के रालोसपा प्रखंड अध्यक्ष अमीर महतो ने जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द मध्य विद्यालय खुलवाने की अपील की। रालोसपा नेता ने कहा कि पानापुर पंचायत शेखपुरा विधानसभा का सबसे पिछड़ा इलाका है। तमाम दावों और सुशासन के हवाई दावों के बीच सच यही है कि पानापुर पंचायत अभी भी जिला मुख्यालय से सड़क मार्ग से नहीं जुड़ा है। करीब 10 हजार की आबादी शिक्षा और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। पानापुर पंचायत के बच्चे लखीसराय के रेपुरा और सदय बीघा जाने को मजबूर हैं। ऐसे में बच्चों खासकर लड़कियों का ड्रॉपआउट ज्यादा है। रालोसपा समझती है कि बिहार में शिक्षा का मतलब साइकिल, पोशाक और खिचड़ी ही रह गया है, कहीं भी पढ़ाई नहीं हो रही है। शिक्षक अलग सरकारी उत्पीड़न के शिकार हैं और सरकार बनाम शिक्षक की लड़ाई में बच्चे पिस रहे हैं।
पप्पू राज ने कहा कि जिला अधिकारी से आश्वासन मिला है, लेकिन पानापुर पंचायत पिछले कई दशक से ठगा जा रहा है और रालोसपा इसे बड़े वर्ग के खिलाफ अन्याय मानती है। रालोसपा शिक्षा को चुनाव का प्रमुख मुद्दा समझती है और वोट करने का पहला आधार शिक्षा सुधार को समझती है।
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