सस्पेंड करने से सुधर नहीं रहे अधिकारी, फर्जी शिक्षकों पे कार्यवाई नहीं, अब गाड़ी में लगेगा जीपीएस..
शेखपुरा
शेखपुरा जिला शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में डीएम योगेंद्र सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जमकर फटकार लगाई और स्पष्ट कहा कि पहले से ही आपलोगों का वेतन बंद है अब निलंबन की प्रक्रिया के लिए विभाग को लिखा जायेगा। सरकार के सभी पत्रांे को पढ़े एवं उसका अनुपालन करना सुनिश्चित करें। कार्य-कलाप से भागने पर आप सभी की गाड़ियों में जी॰पी॰एस॰ उपकरण लगाकर निगरानी की जायेगी।
फर्जी शिक्षकों पर कारवाई पे भी मौन
जिलाधिकारी ने फर्जी शिक्षकों पर कृत कारवाई के बारे में पूछा गया तो जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कुछ भी जबाव नहीं दिया। उन्होंने पूछा कि कितने फर्जी शिक्षकों को जेल भेजा गया और कितने पर प्राथमिकी दर्ज की गयी। जबाव नहीं देने पर उन्होंने कहा कि आप पर ही कारवाई करने के लिए निगरानी विभाग को ही लिखा जायेगा। उन्होेंने कहा कि पिछले दिन डेउसा स्कूल का निरीक्षण किया गया वहाॅ बच्चे पोशाक में नहीं थें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने कार्यालय में प्रतिनियुक्त नहीं करें।
अभियंता का वेतन बंद
धीरज कुमार संतोषी सहायक अभिंयता सर्व शिक्षा अभियान के द्वारा 05 माह में 01 शौचालय का निर्माण नहीं किया गया। कई विद्यालयों में उपयोगी शौचालय नहीं है पिछले 05 माह में इसमें कोई प्रगति नहीं हुई है। इसके कारण सहायक अंिभयंता का वेतन बंद करने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया।
जिला का रैंक पीछे
जिलाधिकारी ने कहा कि आकांक्षी योजना के तहत चयनित 115 जिलों में शेखपुरा जिला का रैंकिग 90 है। जो यह आपलोग के अर्कमण्यता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि आप में अभिंयता की योग्यता ही नहीं है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को शिक्षा की प्रत्येक सप्ताह में समीक्षा करने का निर्देश दिये। पंकज कुमार डाटा इन्ट्री आॅपरेटर को बैठक में अनुशासनहीनता के कारण बाहर कर दिया गया और जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आगे से इसका अवधि विस्तार नहीं करें।
अबतक सभी विद्यालयों में पेयजल की सुविधा सुलभ नहीं कराने पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान को फटकार लगीं। पिछले 04 माह से पेयजल की सुविधा मात्र 97 प्रतिशत विद्यालयों में है। उन्होंने कार्य को असंतोषजनक बताया वर्ग 03 मेें बच्चों के पठन-पाठन में कोई प्रगति नहीं हुई है। भाषा और गणित का स्तर बहुत निम्न है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने का निर्देश दिया। 02 विद्यालयों में आढ़ा एवं एकाढ़ा में विद्युत नहीं रहने पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को फटकार लगीं। शिक्षा का अधिकार की समीक्षा में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा कोई जबाव नहीं दिया गया।
एमडीएम में है भारी गड़बड़ी
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के उपस्थिति के आधार पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करें। एम॰डी॰एम॰ के चावल उठाव एवं वितरण की समीक्षा की गयीं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि छात्रों के उपस्थिति पर हीे चावल का उठाव करना सुनिश्चित करें। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय को 03 माह का अग्रिम चावल दिया जाता है। आवंटन तथा खपत में काफी अंतर आ रहा है। एम॰डी॰एम॰ के निगरानी के लिए 05 अधिकारी है फिर भी लगातार शिकायत क्यों आती है प्रतिदिन स्कूलों में बच्चों को मौसमी फल क्यों नहीं दिया जा रहा है। मेनू एवं गुणवत्ता के साथ एम॰डी॰एम॰ बच्चों के साथ देना सुनिश्चित करें। पोशाक योजना के तहत जिला को 02 करोड़ 87 लाख का आवंटन प्राप्त हुआ है। टेस्टबुक क्रय करने के लिए 01 करोड़ 87 लाख शिक्षा विभाग को दिया गया है।
आज की बैठक में मिथलेश कुमार जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सतीश कुमार सिंह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सत्येन्द्र प्रसाद जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, पिरामल फोनडेशन के राजू सभी प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ कई पदाधिकारी उपस्थित थें।
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