किसान आंदोलनजीवी ने Twitter पर किया शिकायत तो श्रीबाबू के सपने के नहर को मिला जीवन, जानिए
शेखोपुरसराय : बरबीघा
- अतिक्रमण हटाए जाने का निर्देश दिया गया
- नहर के बीच में बनाए गए अतिक्रमण को हटाया
- नहर के बीच में बनाए गए अतिक्रमण को हटाया
- तत्काल ट्विटर पर शिकायत किए जाने का परिणाम सामने आया
शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय और बरबीघा प्रखंड सहित नालंदा जिले के अस्थामा प्रखंड के कई दर्जन गांव के खेतों की सिंचाई व्यवस्था पर मुखिया के द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया था। सिंचाई व्यवस्था के इस अतिक्रमण की शिकायत एक आंदोलनजीवी के द्वारा लगातार किया जा रहा था। कई जगह आवेदन दिया गया। उसके बाद ट्विटर पर जल संसाधन मंत्रालय को शिकायत दर्ज की। नतीजा यह हुआ कि तत्काल ट्विटर पर शिकायत किए जाने का परिणाम सामने आया और अधिकारियों को अतिक्रमण हटाए जाने का निर्देश दिया गया और कई जगह से अतिक्रमण हटाया गया।
https://twitter.com/WRD_Bihar/status/1362751543821307912?s=08
क्या है पूरा मामला, किसने की शिकायत
दरअसल यह आंदोलनकारी हैं नालंदा जिले के अस्थामा प्रखंड के खेतलपुर गांव निवासी अधिवक्ता रंजीत कुमार . वे नवादा से चलकर बरबीघा तक आने वाले बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्री कृष्ण सिंह के सपनों की नहर को जीवित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
#शेखपुरा जिले के बरगैन नहर पर से अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू हो गया है।
हैशटैग #HelloWRD के साथ #Twitter के जरिये पर प्राप्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए #WRDBihar के प्रधान सचिव श्री @chaitanyapdias ने जिला प्रशासन से बात की और कार्रवाई सुनिश्चित करवाया।@SanjayJhaBihar pic.twitter.com/dZjITZRLmx
— Water Resources Department, Government of Bihar (@WRD_Bihar) February 19, 2021
नहर के जीवित करने के इस संघर्ष और आंदोलन में उनका परिणाम भी सामने आ रहा है। उनके द्वारा नहर विभाग से ट्विटर पर इसकी शिकायत की गई। जिसके बाद शेखपुरा के अपर अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार शेखोपुरसराय के अंचलाधिकारी इत्यादि अधिकारियों के नेतृत्व में दल बल के साथ लोग पहुंचे और नहर के बीच में बनाए गए अतिक्रमण को हटाया गया।
कहां है अतिक्रमण, कैसे हो रहा है किसानों को परेशानी
रंजीत कुमार बताते हैं कि नवादा से चलकर आने वाली नहर में नवादा जिला और शेखपुरा जिले के बॉर्डर पर बाजीतपुर के पास ऊंचा पक्का निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया। खुड़िया, सुगिया में भी कई जगहों पर अतिक्रमण मुखिया और जिला परिषद के फंड से पक्का निर्माण कर के कर लिया गया। नहर के बीच में पक्का निर्माण बांध के रूप में किया गया। जिससे निचले हिस्से में पानी नहीं जा रहा था। इसे नालंदा जिले के भी कई गांव प्रभावित थे । शेखोपुर, बरबीघा प्रखंड प्रभाविता है। इसकी शिकायत आवेदन देकर के भी किए। ट्विटर पर शिकायत की तो तत्काल कार्रवाई हुई। हालांकि अभी कई जगहों पर इस तरह का बांध बना हुआ है। इसके लिए और सभी जगहों से बांध हटाया जाएगा और नाहर को जीवित किया जाएगा।
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