शेखोपुरसराय: जिला परिषद सीट पर बहुकोणीय मुकाबले में साम, दाम, दंड, भेद
शेखोपुरसराय: जिला परिषद सीट पर बहुकोणीय मुकाबले में साम, दाम, दंड, भेद
शेखोपुरसराय
शेखोपुरसराय प्रखंड में 3 नवंबर को चुनाव होना है। सरकारी अमलो के द्वारा सारी तैयारी कर ली गई है। सरकारी अमलों की तैयारी के बीच जिला परिषद की सीट पर जमकर मारामारी हो रही है। यहां की सीट पर वर्तमान जिला परिषद सदस्य निर्मला कुमारी अभी जिला परिषद की अध्यक्ष है। वही जिला परिषद की अध्यक्ष की सीट पर कब्जे को लेकर उनके द्वारा फिर से रणनीति बनाई गई ।
उनका अपना गांव नगर परिषद में शामिल हो गया । फिर पहले से ही रणनीति के तहत पांची गांव से वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाया और चुनाव मैदान में है। जिला परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष को टक्कर देने के लिए सारी रणनीति बनाई गई और घेराबंदी विरोधियों के द्वारा की गई। इसमें साम, दाम, दंड, भेद सभी तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। पैसे का भी खूब खूब खेल हो रहा है।
बड़े अधिकारी की पत्नी और पैसे का खेल
शेखोपुरसराय जिला परिषद में एक बड़े अधिकारी की पत्नी भी चुनाव मैदान में है। शबनम लता बेलाव गांव निवासी है। इनके पति बड़े अधिकारी हैं। शबनम चुनाव मैदान में उतरी हैं । इनके देवर भी मुखिया रह चुके हैं । पैसे का खेल भी है । जातीय समीकरण भी है । और सत्ता का साथ भी। वैसे में जिला परिषद की सीट पर कब्जे को लेकर सारे हथकंडों को अपनाया जा रहा है।
जबकि इनके गांव से प्रणीता मधुकर भी चुनाव मैदान में है। इनके पति का जबरदस्त राजनीति पकड़ भी है। उनके द्वारा भी जमकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। वही पांची गांव से अंजू कुमारी विनीता, संदीप भास्कर की पत्नी राजनीति में पकड़ बनाते हुए सीट पर कब्जे की कवायद जमकर की जा रही है। क्षेत्र में पकड़ मजबूत होता जा रहा है।
निवर्तमान अध्यक्ष को घेरने की तैयारी
वही वर्तमान सदस्य निर्मला कुमारी को घेरने के लिए पिछले चुनाव में भी मजबूत उपस्थिति देने वाले कमलेश कुमार की पत्नी रूनी देवी भी चुनाव मैदान में है। रूनी देवी के पति के द्वारा भी सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। पिछले चुनाव में जरा सा कसर रहने की वजह से जीत का तगमा नहीं लग सका था। इस बार उस कसर पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत की जा रही है। अपने पंचायत के साथ-साथ अन्य गांव में भी पकड़ बनाया गया है।
वही प्रखंड के पूर्व प्रमुख रहे चंदन सिंह ने अपनी पत्नी इंदू सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। जिला परिषद सीट पर जमकर मुकाबला हो रहा है। कुल मिलाकर प्रत्याशियों के बीच बहुकोणीय मुकाबला है। वैसे में जीत हार का अंतर तो कम रहेगा ही। इसका निर्णय भी जातीय और पैसे के खेल से होने की बात आम मतदाता कह रहे हैं। वही सत्ता और पैसे के दम पर मतदाताओं को प्रभावित करने का खेल भी खूब हो रहा है बताया जाता है कि रात के अंधेरे में यह खेल खेला जा रहा है। उधर, जिला परिषद के अध्यक्ष निर्मला कुमारी और उनके पति संजीव मुखिया को क्षेत्र में पिछले कामकाज का हिसाब भी मांगा जा रहा है। जबकि नीमी गांव के नगर परिषद में शामिल हो जाने के बाद एक बड़ा वोट बैंक इनके हाथ से खिसक गया है । अब दूसरे गांव के वोट बैंक के सहारे यह कितनी मजबूत दावेदारी देते हैं यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता लगेगा।
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