ऑनलाइन रेल टिकट की इस तरह बिक्री है दंडनीय अपराध, सायबर कैफे वाले को जेल
ऑनलाइन रेल टिकट की इस तरह बिक्री है दंडनीय अपराध, सायबर कैफे वाले को जेल
शेखपुरा
रेलवे में रिजर्वेशन का टिकट मिलना काफी कठिन होता है । ऐसे में कई साइबर संचालक गैर कानूनी काम करते हैं। इस गैर कानूनी काम की वजह से साइबर कैफे संचालकों को जेल जानी पड़ रही है। रेल पुलिस ऐसे साइबर संचालक को पकड़ कर जेल भेजने में लगातार लगी हुई है। अकेले शेखपुरा जिला से एक दर्जन साइबर संचालक अब तक जेल जा चुके हैं । अन्य जगहों से भी साइबर संचालकों को रेल पुलिस के द्वारा जेल भेजने का काम किया जा रहा है।
क्युल रेल पुलिस के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार के द्वारा इसी कड़ी में मंगलवार को शेखपुरा जिले के बरबीघा में छापेमारी की गई। यह छापेमारी बरबीघा थाना के सामने लाला बाबू चौक पर किया गया।
यहां आनंद साइबर कैफे के संचालक आर्यन कुमार के दुकान में छापेमारी की गई। पाया गया कि आर्यन कुमार के द्वारा अपने व्यक्तिगत आईआरसीटीसी के खाते से रेल टिकट काटा जाता है और उसे अधिक पैसा लेकर के ग्राहकों को बेचा जाता है। इसी मामले में आर्यन कुमार को अरविंद कुमार इंस्पेक्टर और रेल पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
इंस्पेक्टर ने बताया कि व्यक्तिगत आईआरसीटीसी के खाता से अपने उपयोग के लिए ही टिकट काटा जा सकता है। उस टिकट को बेचना गैर कानूनी है । ऐसा साइबर कैफे वाला आमतौर पर करते हैं। उनको चिन्हित करके, गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। यह एक दंडनीय अपराध है।
बताया कि साइबर कैफे संचालक को रेलवे ऑनलाइन टिकट काटकर बेचने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य होता है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो गैर कानूनी रूप से टिकट काट कर बेचने पर उन्हें पड़कर जेल भेजा जा रहा है । बता दें कि बरबीघा में बुल्लचक से दो साइबर संचालक को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। एक महीना पहले बरबीघा के फैजाबाद से भी एक साइबर संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
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