पुलिस अधिकारी का मानवीय चेहरा: सड़क किनारे तड़पते घायल की बचाई जान
शेखपुरा
शेखपुरा जिला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सुरेंद्र सिंह ने पुलिस के मानवीय चेहरे का प्रदर्शन उस समय किया जब सड़क किनारे घायल एक तड़पते व्यक्ति की उन्होंने जान बचाई । उस घायल को अस्पताल पहुंचाया और मानवता का परिचय दिया। दरअसल यह पूरा मामला शनिवार की देर शाम की है। मटोखर झील से पहले स्कूटी सवार एक व्यक्ति सड़क किनारे तड़प रहा था। सुनसान जगह में कोई उसे अस्पताल नहीं पहुंचा रहा था। इसी दौरान वे शेखोपुरसराय से थाना का निरीक्षण कर लौट रहे थे। घायल को तड़पते देखकर उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवाई और फिर उसे अपनी ही गाड़ी पर लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। सदर अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। जिससे घायल की जान बच सकी।
क्या है पूरा मामला, कैसे की पहल
दरअसल पूरा मामला मटोखर के पास देवले गांव निवासी प्रमोद प्रसाद के स्कूटी से गिरकर घायल होने का है। घायल प्रमोद प्रसाद वही तड़प रहे थे और गांव के लोग किसी तरह की पहल नहीं कर रहे थे। सुनसान इलाका था। वैसे में हुए जब घायल को सड़क किनारे तड़पता हुआ देखा तो अपनी गाड़ी रोकी। घायल व्यक्ति बेहोश पड़ा हुआ था। उसे अस्पताल पहुंचाया।
ब्लूटूथ हेडफोन से हुआ हादसा, हेलमेट ने बचाई जान
स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि स्कूटी सवार कान में ब्लूटूथ का हेडफोन लगाकर स्कूटी चला रहा था। इसी दौरान रास्ते में एक बिल्ली के आ जाने पर उसने अचानक से ब्रेक लगाई और वहीं दुर्घटना का शिकार हो गया। सड़क किनारे गिरते ही व्यक्ति बेहोश हो गया उसे कुछ भी होश नहीं रहा। अस्पताल में इलाज के दौरान उसे होश आया। होश आने पर व्यक्ति ने बताया कि उसे दुर्घटना कैसे हुई का कुछ भी पता नहीं है। हालांकि हेलमेट की वजह से उक्त व्यक्ति की जान बच गई। सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि व्यक्ति ब्लूटूथ लगाकर स्कूटी चला रहा था। जो बहुत ही खतरनाक स्थिति थी। अचानक से इसी में ध्यान नहीं रहा ब्रेक लेने पर वह हादसे का शिकार हो गया। जबकि हेलमेट पहने हुए होने की वजह से व्यक्ति की जान बच गई है। अगर हेलमेट पहने हुए व्यक्ति नहीं रहता तो कोई अशुभ समाचार ही मिल सकता था।
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