Sheikhpuranews.com की अपील का हुआ असर। भिक्षाटन कर रोहित के लिए मदद जुटा रहे युवा! Positive Social media.
बरबीघा। न्यूज़ ब्यूरो
कहा गया है कि जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों। गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित्र मानस में कहा है “परहित सरिस धर्म नहीं भाई” कुछ इसी तरीके से बरबीघा के युवा किडनी पेशेंट रोहित की मदद को लेकर आगे आए हैं। मित्र मंडली WhatsApp ग्रुप के युवा भिक्षाटन कर रोहित के लिए आर्थिक मदद जुटा रहे हैं।सोशल मीडिया पे इसके लिए #SaveRohit कैम्पेन चल रहा है जिसका पोसिटिव असर सामने आया है।
बाजार में भिक्षाटन
युवक बरबीघा बाजार में दुकानों में जाकर लोगों से आर्थिक मदद की अपील कर रहे हैं और दुकानदारों द्वारा भी यह मदद दी जा रही है। भिक्षाटन कर आर्थिक मदद जुटाने वालों में रोहित सेठ, अमित लोहानी, अंकित लोहानी, सन्नी कुमार, अभिषेक कुमार प्रमुख है। इन युवाओं ने कहा कि किसी की जान बचाने के लिए थोड़ी सी परिश्रम कर यदि आर्थिक सहायता हो जाती है तो इसमें कुछ भी परेशानी नहीं है।
सऊदी अरब से भी मदद
उधर आर्थिक मदद की अपील Facebook पर देख कर जमुई जिला के लक्खापुर गांव निवासी पेशे से इंजीनियर और सऊदी अरब में कार्यरत राजीव कुमार (पिता – स्व. राजेन्द्र सिंह) ने भी ₹11000 की आर्थिक मदद की है।जबकि रोहित सेठ (प्रमोद ज्वेलर्स) के द्वारा भी 5100 रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। अंकिता साह (साह हार्डवेअर) के द्वारा भी ₹1000 की आर्थिक मदद दी गई है। जबकि चूड़ी व्यवसाई वीरेंद्र गोस्वामी के द्वारा भी ₹1000 की आर्थिक मदद के द्वारा दी गई है। उधर मुकेश कुमार चुन्नू (बभनबीघा) के द्वारा भी मदद दी गयी है। कई लोगों ने गुप्त दान भी दिया है।
सभी लोगों के द्वारा चेक अथवा ट्रांसफर द्वारा मदद दी रही है।
बता दें कि डायलिसिस के सहारे जीवन यापन कर रहे बरबीघा के तेउस गांव निवासी रोहित कुमार को प्रत्येक महीने 30000 से ₹40000 की जरूरत डायलिसिस के लिए होती है। इसीलिए sheikhpuranews.com के द्वारा अपील की गई थी कि रोहित को आर्थिक मदद दी जाए। इसी अपील पे बरबीघा चौपाल ग्रुप के सदस्य सक्रिय हुए और इसी अपील का असर है कि बड़ी संख्या में लोग रोहित की मदद को आगे आए हैं।
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