LIVE VIDEO: यूक्रेन के खारकीव से लौटा अंजन, कहा नहीं मिली वहां कोई सहायता, किसी तरह बची जान
यूक्रेन के खारकीव से लौटा अंजन, कहा नहीं मिली वहां कोई सहायता, किसी तरह बची जान
बरबीघा, शेखपुरा:
यूक्रेन के खारकीव से लौटा बरबीघा के परसों बीघा निवासी दवा व्यवसाई मनोज कुमार का एकलौता पुत्र अंजन कुमार अभी तक सदमे से नहीं निकल पाया। सोमवार की देर शाम पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद शेखपुरा जिला प्रशासन की गाड़ी के द्वारा उसे रिसीव कर घर तक लाया गया। वही मंगलवार को बातचीत में अंजन कुमार ने बताया कि वह काफी तकलीफ से अपने घर तक वापसी की है और इस बीच मौत के आगोश में ही रहा है।
अंजन कुमार ने बताया कि भारतीय दूतावास के द्वारा उसके साथ फंसे हुए 500 विद्यार्थियों को कोई मदद नहीं की गई। यहां तक कि 2 घंटे में खारकीव छोड़ने की एडवाइजरी तो जारी कर दी परंतु वहां से कैसे निकले यह कुछ मदद नहीं किया गया। अंत में मात्र आधा घंटा कर्फ्यू लगने से पहले की बात थी तो सभी विद्यार्थी पैदल ही वहां से निकल गए और 25 किलोमीटर पैदल चलकर एक स्थान पहुंचे जहां से स्थानीय स्तर पर एक बस भाड़ा पर किया गया और बॉर्डर पर पहुंचे। बॉर्डर पर पहुंचने से पहले पैदल चलने के बीच में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा ।
अंजन ने बताया कि 500 विद्यार्थियों का काफिला पैदल चलते हुए जब निकल रहा था इसी बीच उसके सर के ऊपर आसमान में एक मिसाइल बम फटा और अगल-बगल के मकानों के कांच के टुकड़े विद्यार्थियों के सर पर गिरने लगे। दिल दहला देने वाले इस मंजर से सभी विद्यार्थी सहम कर इधर-उधर भागने लगे । इस बीच यूक्रेन के सैनिकों ने सभी विद्यार्थियों को शरण दी और अपने बंकर में छुपाया। वहां से फिर हम लोग किसी तरह बॉर्डर तक पहुंचे हैं और बॉर्डर पर भारतीय दूतावास के द्वारा केवल सहायता दी गई और प्लेन के माध्यम से देश भेजा गया।
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