सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में, किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है: राहत इंदौरी के शेर पर जमकर बजी तालियां
शेखपुरा
जिलाधिकारी इनायत खान की पहल पर शेखपुरा में मुशायरा का आयोजन किया गया। एक शाम अमन का पैगाम नाम से रविवार की रात आयोजित इस मुशायरा में देश के कई प्रसिद्ध कवि और शायर उपस्थित हुए और अपने शेरो शायरी से लोगों को खूब हंसाया भी और सोचने पर भी विवश कर दिया। इस मुशायरा में मुख्य शायर के रूप में प्रख्यात शायर राहत इंदौरी ने जब अपनी प्रस्तुति दी तो जमकर तालियां बजी । उन्होंने
मैं जब मर जाऊं तो अलग पहचान लिख देना, लहू से मेरे मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना।
लगेगी आग तो आएंगे कई घर इसके जद में, यहां सिर्फ मेरा मकान थोड़ी है।
जो आज साहिबे मसनद हैं कल नहीं होंगे, वह किराएदार हैं ,जाति मकान थोड़ी है।
एक चिंगारी नजर आई थी बस्ती में उसे, वह अलग हट गया आंधी को इशारा करके।
मैं वो दरिया हूं कि हर बूंद भवर है जिसकी, तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके।
वह छोड़ गया यह कमाल है उसका, इरादा मैंने किया तो छोड़ दूंगा उसे। सरीखे शेर सुनाए।
इस मुशायरा का शुभारंभ है दीप प्रज्वलित कर जिलाधिकारी इनायत खान, पुलिस अधीक्षक दयाशंकर, शायर राहत इंदौरी सहित अन्य उपस्थित अतिथियों ने किया। कार्यक्रम में डॉ आरती सहित कासिम खुर्शीद, डॉ हिना हैदर, चांदनी पांडे, तंग इनायत पूरी, अखिलेश मिश्रा सहित कई नामचीन शायरों ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को जहां खूब हंसाया वही व्यंग बाणों से जमकर कटाक्ष भी किए।
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