राजनीतिक वर्चस्व अखाड़ा बना इस्लामिया उच्च विद्यालय, 24 घंटे में नए सचिव का चुनाव कराने का आदेश
राजनीतिक वर्चस्व अखाड़ा बना इस्लामिया उच्च विद्यालय, 24 घंटे में नए सचिव का चुनाव कराने का आदेश
शेखपुरा
शेखपुरा नगर परिषद का इस्लामिया उच्च विद्यालय राजनीति का अखाड़ा बन गया है। इस्लामिया स्कूल के संचालन समिति पर कब्जे को लेकर हो रही इस राजनीति में एक बार फिर से शह और मात का खेल चालू हो गया। कुछ दिन पहले ही इस्लामिया स्कूल के प्रबंधन समिति के सचिव शंबिल हैदर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सब कुछ ठीक होने की बात कही और उसके बाद राजनीति फिर शुरू हुई। इस राजनीति में मोहरा बने जिला के स्थानांतरित निवर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी रंजीत पासवान । उनके द्वारा एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें इस्लामिया उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को 24 घंटा के अंदर नए सिरे से सचिव के चुनाव का निर्देश दिया गया है।
इस पत्र के जारी होते ही इस्लामिया उच्च विद्यालय के प्रबंधन समिति में हड़कंप है। हालांकि कई लोग इस तरह के पत्र जारी करने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी की आलोचना भी कर रहे हैं। बताया गया कि इस तरह का पत्र जारी करने का अधिकार जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास नहीं है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि इमाम गजाली एवं अन्य द्वारा हस्ताक्षरित शिकायत पत्र में इस्लामिया उच्च विद्यालय में प्रबंधन समिति के सचिव 2011 से ही बने हुए हैं । शंबिल हैदर 22 वर्षों से इस पद पर विद्यालय में वित्तीय अनियमितता किया है।
जिसमें आपकी संलिप्त नजर आती है। इस संबंध में जांच कराना आवश्यक है। विद्यालय के संसाधन का दुरुपयोग प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं सचिव की मिलीभगत से किया जा रहा है। प्रबंध समिति के कार्यकाल 3 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत भी आपके द्वारा नए सचिव का चुनाव चयन हेतु न तो उच्च अधिकारियों को प्रतिवेदन दिया गया है और ना ही नए सिरे से चुनाव कराया गया है। जिससे विद्यालय में भारी अनियमितता और अव्यवस्था है। अतः 24 घंटे के अंदर नए सचिव का चुनाव नियमों से करा कर सूचित करना सुनिश्चित करें।
साथ ही यह भी कहा गया है कि तत्काल जांच प्रक्रिया पूर्ण होने तक किसी भी प्रकार की वित्तीय निकासी में अनियमितता होती है तो आप के विरुद्ध कार्रवाई होगी। इस पत्र की प्रतिलिपि जिलाधिकारी शेखपुरा एवं निदेशक माध्यमिक शिक्षा बिहार पटना को भी दिया गया है। उधर, इस पत्र के जारी होते ही इस्लामिया स्कूल के प्रबंधकों में जहां हड़कंप है। वही राजनीति का ही मामला कहा जा रहा है। उधर, इस संबंध में जानकार बताते हैं कि जिला शिक्षा पदाधिकारी जाते-जाते इस तरह का खेला कर गए हैं । यह उनके क्षेत्राधिकार में नहीं है। वह केवल शिक्षा निदेशक को ऐसा करने के लिए अनुशंसा पत्र भेज सकते हैं।
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